अपराधियों के आगे तुलिंज थाना पुलिस बेबस, नालासोपारा में महीने भर में हुई सात हत्याएं | Khabare Purvanchal

रविन्द्र दुबे
नालासोपारा। तुलिंज थाना क्षेत्र में आये दिन हो रही आपराधिक घटनाओं से इलाके में दहशत का माहौल है। नालासोपारा 29 दिन में हुई सात हत्याओं से दहल चुका है तथा निवासियों में जान -माल के प्रति असुरक्षा की भावना घर कर गई है। जन सामान्य इसे विनाशकारी 'हत्या सत्र' का आरंभ मानने को मजबूर दिखाई पड़ रहा है।
जानकारियों के मुताबिक इस अकल्पित हत्या सत्र का आरंभ 1 मार्च 2021 को 3 हत्याओं से हो जाता है। नालासोपारा के संखेश्वर नगर में ओम साईं चाल के निवासी कैलाश देवेंद्र पाठक (48 वर्ष) की मोबाइल छिनने के लिए हत्या, रिक्शा चालक अमोल जय राम इंगले (32 वर्ष) पर चोरों ने हमला करके उसकी जेब से 500/ रुपये और मोबाइल निकाल लिया था। उसे उपचार के लिए लाया गया था, जहां 26 मार्च को उसकी मृत्यु हो गई थी। तीसरी घटना नालासोपारा (पूर्व) स्थित शर्मावाड़ी में रिक्शा चालक किशन शुक्ला (25 वर्ष) की हत्या कुख्यात शिकलगार गैंग द्वारा लूट के उद्देश्य से की गई थीं।


चौथी हत्या की वारदात 3 मार्च 2021 को नालासोपारा पूर्व के शिर्डीनगर, भीम नगर की बस्ती में वनिता मोरे नामक महिला की उसके पति ने कर दी थी। पांचवी हत्या 26 मार्च को अचोले में रमेश राठौड (46 वर्ष) की हत्या लकड़ी व डंडे से पीट-पीट कर कुछ लोगों ने कर दी थी, जिसमें 5 आरोपी गिरफ्तार किए गए थे। छठवीं हत्या नालासोपारा (पूर्व) के श्री राम नगर परिसर में 20-25 वर्ष की अज्ञात महिला का शव 29 मार्च को मिला था। जिसे काले रंग के सूटकेस में रखकर फेंक दिया गया था। इसके एक ही दिन पूर्व 28 मार्च को होली के ही दिन सातवीं हत्या एक बार में खाना खाने गए दिलीप जेठवा नामक युवक की कर दी थी। 

उक्त एक ही माह में होने वाली सातों हत्याएं "तुलिंज पुलिस थाना" के कार्य क्षेत्र में रही है। एक ही माह में सात हत्याओं को हत्या सत्र का आरम्भ माना जा रहा है। प्रबुद्ध नागरिकों का कहना है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता के चलते अपराधियों पर से कानून का खौफ जाता रहा है। लोग अपने या अपने परिजनों की सुरक्षा के लिए अविश्वसनीयता के आगोश में हैं एवं दहशत के साये में जी रहे है। स्थानीय पुलिस की निष्क्रियता या लापरवाही के चलते लोगों का पुलिस से विश्वास उठता जा रहा है।

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