मुंबई:फिल्म शोले में गब्बर सिंह के डायलॉग की तरह महाराष्ट्र की आघाड़ी सरकार का भी एक डायलॉग इन दिनों फेमस हो गया है–महाराष्ट्र में दूर-दूर तक यदि कोई जनता के हित की बात सोचेगा तो हम उसकी नींद हराम कर देंगे। खबरदार, किसी ने अच्छा करने की सोची तो उसकी खैर नहीं। भाजपा प्रवक्ता उदय प्रताप सिंह ने ब्रुक फार्मा कंपनी के एक अधिकारी को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ किए जाने की घटना को लेकर उपरोक्त बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री तथा विरोधी पक्ष नेता श्री देवेंद्र फडणवीस के अनुरोध पर,महाराष्ट्र सरकार और दमन प्रशासन से सारी अनुमति लेने के बाद महाराष्ट्र में 50,000 रेमडेसीविर की प्रथम खेप के लिए तैयार ब्रुक फार्मा के अधिकारी को जिस तरह से महाराष्ट्र के एक मंत्री के इशारे पर शनिवार की रात 9 बजे पुलिस ने हिरासत में लिया, वह बेहद शर्मनाक तथा कलंक पूर्ण घटना है। एक तरफ जहां लोग रेमडेसीविर के अभाव में दम तोड़ रहे हैं, वहीं महाराष्ट्र की गब्बर सिंह सरकार, लोगों की जान बचाने के लिए प्रयासरत लोगों का मनोबल तोड़ने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की अमानवीय, अनैतिक तथा अन्यायी सरकार को सत्ता में रहने का लोकतांत्रिक अधिकार नहीं है। महाराष्ट्र में रहने वाले लोगों की भलाई, सुरक्षा तथा लगातार बढ़ रहे भ्रष्टाचार और कोरोना को समाप्त करने के लिए राष्ट्रपति शासन आवश्यक है। उदय प्रताप सिंह ने कहा कि ब्रुक फार्मा के मालिक को फोन करके धमकाने वाले मंत्री के ओएसडी तथा मंत्री की सीबीआई जांच की जानी चाहिए। कहीं यह मामला 100 करोड़ के टारगेट से तो नहीं जुड़ा हुआ है। उदय प्रताप सिंह ने कहा कि कांग्रेस के बोलबच्चन महाराष्ट्र अध्यक्ष नानासाहेब पटोले को इसका जवाब देना चाहिए।
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