मुंबई : कोरोनाकाल में जब पूरी दुनिया निराशा में डूबी है ऐसे में सेंट मेरीज आईसीएसई स्कूल मुंबई के दो छात्रों ने किफ़ायती थ्री डी प्रिंटिंग मशीन बना डाली | वेदांत हरलालका और उक्षान दुमासीय ने इस अद्भुत निर्माण को अंजाम दिया | थ्री डी प्रिंटिंग एक मशीन है जो वस्तु का त्रि–आयामी मॉडल बनाती है | यह काफी महंगी तकनीक है | लॉकडाउन में इसी तकनीकी को इन दो छात्रों ने किफ़ायती दर में बना दिया | महामारी के कारण छात्रों को मशीन बनाने में बहुत कठिनाइयाँ आईं | इन बाधाओं को दरकिनार करते हुए देश की इन दो प्रतिभाओं ने किफ़ायती थ्री डी प्रिन्टर का निर्माण किया |
इस संदर्भ में वेदांत का कहना है, “लॉकडाउन के कारण हम ज़ूम पर बातचीत कर रहे थे | एक साल के कठिन श्रम से हमने मशीन बनाने की तकनीकी खोजी और किफ़ायती थ्री डी प्रिंटिंग बनाने में सफलता हासिल की | यह एक ऐसी प्रिंटिंग मशीन है जिसमें पारंपरिक मोटरों की जगह डीवीडी ड्राइव का प्रयोग किया गया है | इसी कारण इसकी कीमत सौ डॉलर से भी कम है | हमने सबसे पहले एक नाव का भौतिक त्रि-आयामी मॉडल बनाया | इस तरह का निर्माण एक नए युग की शुरुआत है |” वहीं उक्षान ने कहा “हमारा उद्देश्य थ्री डी प्रिंटिंग तकनीकी को आगे बढ़ाना है | इंजीनियरिंग, मेडिकल सहित तमाम क्षेत्रों में इस तरह की तकनीकी की जरूरत है | अगले कुछ वर्षों में इस सस्ती तकनीकी का फायदा सभी उठाएँ, इस दिशा में हम संकल्पबद्ध हैं | छात्रों की इस उपलब्धि पर विद्यालय की प्रबंधन समिति, प्राचार्य और शिक्षकों ने बधाई दी।यह जानकारी डाॅक्टर जितेन्द्र पाण्डेय ने कवि,पत्रकार विनय शर्मा दीप के माध्यम से दी।
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