भाईंदर
मीरा भाईंदर दर्शन मासिक पत्रिका प्रकाशन के सफलतापूर्वक २५ वर्ष पूर्ण होने के रजत जयंती के अवसर पर रविवार को भाईंदर पश्चिम के माहेश्वरी भवन हॉल में एक समारोह का आयोजन किया गया था। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मीरा-भाईंदर के उपमहापौर हसमुख गहलोत, मुख्य वक्ता के रूप में देश के प्रसिद्ध अखबार हिंदी सामना के निवासी संपादक अनिल तिवारी , हिंदी महानगर के कार्यकारी संपादक राघवेंद्र द्विवेदी , नवभारत टाइम्स के सहायक संपादक हरि मृदुल आदि मान्यवर उपस्थित थे।
इस समारोह में पत्रिका के तरफ से कोरोनाकाल के दौरान समाजसेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवा करने वालों को कर्मवीर पारितोषिक तथा उत्कृष्ट सेवा पारितोषिक का सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। समारोह में उपस्थित सभी प्रमुख वक्ताओं ने विपरीत परिस्थितियों, सीमित संसाधनों के बावजूद पत्रिका के सफलतम अनवरत २५ वर्षों तक के प्रकाशन के लिए प्रकाशक वेदप्रकाश श्रीवास्तव के मेहनत, लग्न, कर्मठता की मुक्त कंठ से प्रशंसा की तथा पत्रिका अनवरत रूप से आगे भी प्रकाशित होती रहे इसके लिए संपादक वैभव श्रीवास्तव को शुभकामनाएं दी। समारोह में हिंदी के मूर्धन्य साहित्यकार मुरलीधर पांडे, नगरसेवक मदन सिंह, अरविंद शेट्टी, विजयकुमार राय, नगरसेविका नीला सोंस, पूर्व नगरसेवक महेंद्र सिंह, सोहनराज जैन,शिवसेना ठाणे उपजिलाप्रमुख शंकर विरकर, नागोबा फाउंडेशन की आकांक्षा विरकर, साहित्य जगत से सांवरमल सांगनेरिया, ब्लिट्ज के पूर्व संपादक राकेश शर्मा, प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट आबिद सुरती आदि मान्यवर विशेष रूप से उपस्थित थे। जिनकी उपस्थिति में पत्रिका के २६ वें वर्ष के प्रवेशांक का विमोचन किया गया। समारोह के शुभारंभ में कलाकृति डांस अकादमी की संचालिका रेखा देसाई के मार्गदर्शन में बालिकाओं ने मनमोहक सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किया। मंच का सफल सूत्र संचालन वरिष्ठ पत्रकार देवेंद्र पोरवाल ने किया। समारोह के अंत मे पत्रिका के प्रकाशक वेदप्रकाश श्रीवास्तव ने २५ वर्षों के इस सफर के दौरान प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें मदद, मार्गदर्शन करनेवाले और समारोह में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु सभी का आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में स्थानीय पत्रकार चंद्रकांत दुबे, हरीश बारी, विनोद मिश्र, अमित तिवारी, चतुर्भुजा पांडे, व्यास कुमार रावल, मुशर्रफ शम्सी, सुभाष पांडे, अनिल नौटियाल, रवि टुन्ना, खुशबू, विनय महाजन आदि भी मौजूद थे।
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