1150. 24 करोड़ आवंटन के बावजूद मीठी नदी की सुरक्षा दीवार व सर्विस रोड का काम अधूरा


मुंबई। 26 जुलाई ,2005 की बाढ़ के बाद सरकार द्वारा दोषी ठहराई गई मीठी नदी की संरक्षण दीवार और सर्विस रोड का काम अभी भी अधूरा होने की जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को  उपलब्ध कगए गए दस्तावेजों से सामने आई हैं। एमएमआरडीए और मुंबई मनपा की सीमाओं के भीतर अधूरे कार्यों के बावजूद ठेकेदारों को 1150.24 करोड़ रुपये दिए गए हैं।आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने मीठी नदी के बारे में एमएमआरडीए और बीएमसी प्रशासन से कई तरह की जानकारी मांगी थी। एमएमआरडीए प्रशासन ने अनिल गलगली को बताया कि एमएमआरडीए ने सीएसटी ब्रिज से 6 किमी तक माहिम कॉजवे और हंस भुग्रा ब्रिज से 1.8 किमी तक की गहराई, चौड़ीकरण, रॉक उत्खनन, रिटेनिंग वॉल, सर्विस रोड का निर्माण और सौंदर्यीकरण का काम किया है।एमएमआरडीए प्रशासन ने मेसर्स डीबीएम, मेसर्स एनए कंस्ट्रक्शन, मेसर्स आरपीएस इंफ्राप्रोजेक्ट्स को 503.90 करोड़ रुपये दिए हैं। मनपा प्रशासन ने 646.34 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। जिसमें मेसर्स युनिटी कन्स्ट्रक्शन- एसएनबी इन्फ्रा, मेसर्स रिलायंस- मिशिगन, मेसर्स आरपीएस इन्फ्रास्ट्रक्चर, मेसर्स जे कुमार- चिराग कन्स्ट्रक्शन, मेसर्स प्रकाश- राज, मेसर्स जे कुमार-आरके- इंद्रा कन्स्ट्रक्शन, मेसर्स आरई-देव, मेसर्स जे कुमार-मुकेश ब्रदर्स, मेसर्स प्राईम इंजिनिअरर्स, मेसर्स पृथ्वी कन्स्ट्रक्शन, मेसर्स स्कायवे,  इन्फ्रा, मेसर्स स्पेकॉ इन्फ्रास्ट्रक्चर यह ठेकेदार हैं।
अधूरी सर्विस रोड व सुरक्षा दीवार
एमएमआरडीए की सीमा के भीतर सर्विस रोड 4.37 किलोमीटर है, 3.19 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है और 1.18 किलोमीटर शेष है। मुंबई मनपा की सीमा के भीतर 12.555 किमी सर्विस रोड हैं और 9 किमी का काम अभी भी लंबित है। मुंबई मनपा ने अब तक 3.18 किमी का काम ही पूरा किया है। एमएमआरडीए सीमा के भीतर सुरक्षा दीवार 8.51 किमी है, 7.77 किमी का काम पूरा हो चुका है और वर्तमान में 0.74 किमी अधूरा है। मुंबई मनपा की सुरक्षा दीवार 21.400 किमी है और 17.311 कार्य पूरे हो चुके हैं। फिलहाल 4 किमी काम बाकी है।अनिल गलगली के मुताबिक एमएमआरडीए और बृहन्मुंबई महानगरपालिका प्रशासन 17 साल से मीठी नदी का काम शत प्रतिशत पूरा करने में नाकाम रहा है।  जो काम हुआ है उसकी ऑडिट होनी चाहिए। इस काम को पूर्ण करने के लिए विशेष ध्यान देने की जरुरत हैं।

Post a Comment

0 Comments