नालासोपारा : मानव उत्थान सेवा समिति श्री हंस विजय नगर आश्रम वसई पूर्व के तत्वाव धान में सद्गुरुदेव श्री सतपाल जी महाराज एवं श्री सुयश जी महाराज जी का पदार्पण हुआ, इस अवसर पर सद्भावना सम्मेलन में गुरु महाराज जी ने सत्संग सुनाते हुए कहा कि जो आया है वह संसार से जाएंगे जो अधर्म कर रहे हैं इस अधर्म को खत्म करना होगा । जैसे हम दही को बिलोते हैं उसका सार मक्खन निकलता है इसी प्रकार महाभारत के युद्ध का सार ज्ञान निकला जो अर्जुन को प्राप्त हुआ जिसे प्राप्त करने के पश्चात उसने अधर्म के विरुद्ध लड़ाई कर धर्म को विजय दिलाई । आगे कहा कि बंदहु गुरु पद कंज कृपा सिंधु नर रूप हरि महामोहतम पूंज जा सूवचन रवि करनि कर, रवि की करनी अंधकार को दूर कर प्रकाश करना है इसके अलावा प्राणवायु ऑक्सीजन देना । हमारे ऋषियों की आत्मा इतनी उन्नत थी उन्होंने कहा सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया, सब सुखी हो सब निरोगी रहे । आग लगी आकाश में झर झर पड़े अंगार संत न होते जगत में जल मरता संसार, आत्म ज्ञान द्वारा गुरु महाराज और संत ने विश्व को बचा रखा है इसलिए जो नाम की कमाई हमारे साथ जाने वाली हैं उस आत्मा का ज्ञान को जाने, और भजन सुमिरन कर कलिकाल के प्रभाव से बचे रहें क्योंकि कहा है अंत मता सो गता अंत में हम जिसका चिंतन करेंगे हमें उसी की याद आएगी । यह कार्यक्रम महात्मा मुसाफिरनंद एवं महात्मा उर्मिला बाई जी के देखरेख में कार्यकर्ता, युथ टीम शाखा आश्रम विभाग एवं मानव सेवा दल के सहयोग से संपन्न हुआ ।
0 Comments