पश्चिम रेलवे के जगजीवन राम अस्पताल में शुरू हुई समग्र अग्नि सुरक्षा प्रणाली

 

मुंबई। आग अत्‍यंत विनाशकारी हो सकती है, विशेष रूप से किसी अस्पताल में जहां बड़ी संख्या में ऐसे लोग होते हैं जो शारीरिक रूप से कमजोर, जैसे कम रोग-प्रतिरोधक क्षमता वाले, लाइफ सपोर्ट पर और खुद से चलने में असमर्थ होते हैं। इसलिए, एक प्रमुख सुरक्षा एहतियात के रूप में पश्चिम रेलवे ने मुंबई सेंट्रल के जगजीवन राम अस्पताल (JRH) में अग्नि सुरक्षा प्रणाली को पूरी तरह से स्‍थापित कर शुरू कर दिया है। यह प्रणाली पश्चिम रेलवे के मुंबई सेंट्रल मंडल के इंजीनियरिंग विभाग की पहल के तहत लगाई गई है।पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस सिस्टम में फायर अलार्म सिस्टम, फायर पंप (सेंट्रीफ्यूगल और जॉकी), स्वचालित स्प्रिंकलर सिस्टम, फायर हाइड्रेंट एवं होज़, अग्निशामक, बाल्टी, एयरोसोल सिस्टम, फायर दरवाजे, ड्रेंचर लाइन (वॉटर कर्टेन), ओटी और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों के लिए क्‍लीन एजेंट तथा भूमिगत और टैरेस टैंक शामिल हैं। पश्चिम रेलवे ने 1100 स्प्रिंकलर, लगभग 70 अग्निशामक (एबीसी और CO2), प्रत्येक 3 सेंट्रीफ्यूगल और जॉकी पंप, 18 एयरोसोल सिस्टम, 5000 लीटर क्षमता के बूस्टर पंप के लिए 6 ओवरहेड फायर वाटर टैंक आदि स्थापित किए हैं, जिससे नेशनल बिल्डिंग कोड 2016 के अनुसार उचित अग्नि सुरक्षा सुनिश्चित हो। नेशनल बिल्डिंग कोड (एनबीसी) 2016 के अनुसार अस्पतालों, आरोग्‍य आश्रमों और नर्सिंग होम को संस्थागत भवनों के लिए ग्रुप सी के तहत सब-डिविजन सी-1 के रूप में वर्गीकृत किया गया है। एनबीसी द्वारा निर्माण सामग्री, सभी भवनों के लिए सामान्य आवश्यकताओं, जीवन सुरक्षा, अग्नि सुरक्षा, अतिरिक्त ऑक्‍यूपेंसी वाइज आवश्यकताओं और 15 मीटर से ऊपर के भवनों के लिए विशिष्ट आवश्यकताओं हेतु विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए हैं। जगजीवन राम अस्पताल में अग्नि सुरक्षा प्रणाली स्थापित करने का कार्य एनबीसी 2016 के भाग 4 - अग्नि और जीवन सुरक्षा के मानदंडों का पालन करने के लिए शुरू किया गया है।

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