मुंबई। वर्षों पहले महानगर मुंबई में उत्कृष्ट साहित्यकार, गीतकार,शायर ज़नाब मयकश आज़मी अपनी एक पहचान बनाते हुए गीतों और ग़ज़लों के साथ कई मंचों से जुड़े रहे। समय ने उन्हें मुंबई से दूर करते हुए पैतृक स्थान आजमगढ़ से पुनः जोड़ दिया। आजमगढ़ से उन्होंने साहित्य सेवा जारी रखें और आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना स्थान बनाए हुए हैं।मयकश आज़मी की " उफ़ " उर्दू काव्य संग्रह 2021 और " बढ़ते कदम " साझा संग्रह सुप्रसिद्ध रही। मयकश ने दूरदर्शन और आकाशवाणी से काव्य का प्रसारण किया तथा विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित,देश-विदेश के मुशायरे में आमंत्रित किए जाते रहे हैं ऐसे उत्कृष्ट साहित्यकार से मुंबई के वरिष्ठ साहित्यकार एवं पत्रकार विनय शर्मा दीप ने मुंबई के कुर्ला शहर में शिष्टाचार मुलाकात की। साथ में युवा साहित्यकार अध्यक्ष बज्म नाज़ ओ बिस्मिल,बॉलीवुड गीतकार व पटकथा लेखक ज़नाब रागिब इरशाद से भी मिलकर वर्तमान साहित्य की गतिविधियों पर घंटों परिचर्चा हुई।
0 Comments