कंपनियों की वैधता जांच के लिए हो विशेष समिति का गठन – मनोज बरोट


वसई। 28 सितंबर को,नायगांव पूर्व के जुचंद्र वाकीपाड़ा इलाके में कॉस पावर नाम की एक कंपनी में विस्फोट के परिणामस्वरूप 3 कर्मचारियों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हो गई, जबकि 10 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। उसी दिन पालघर के संरक्षक मंत्री रवींद्र चव्हाण ने घटनास्थल का दौरा किया और जांच के आदेश दिए। इस घटना को लेकर अखबारों में छपी खबर के मुताबिक पुलिस की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि इस इलाके में कॉस पावर नाम की कंपनी अवैध रूप से काम कर रही है। अक्सर यह देखा गया है कि जब तक ऐसी घटनाएं नहीं होती हैं, संबंधित विभागीय अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं होती है। या यह मान लें कि अधिकारियों के आशीर्वाद से ही इस तरह की अवैध कंपनियां क्षेत्र में काम कर रही हैं। यह सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न है। इसी तरह, अक्सर यह देखा गया है कि जब ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं होती हैं, तो संबंधित विभागीय अधिकारी अपने बचाव में कोई बयान नहीं देते हैं। परिणामस्वरूप निर्दोष कर्मचारियों या नागरिकों की मौत के लिए जिम्मेदार सभी अपराधी कानून के शिकंजे से बच जाते हैं। इसलिए इस गंभीर मामले को लेकर भाजपा वसई विरार जिलाध्यक्ष मनोज बरोट ने जिला अधिकारी पालघर और वसई विरार नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर मांग की है कि जिले में संचालित सभी कंपनियों की वैधता की जांच के लिए एक विशेष समिति गठित की जाए। इसी प्रकार क्षेत्र में कार्यरत सभी कम्पनियों को भी गठित विशेष समिति को स्ट्रक्चरल ऑडिट एवं फायर ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश जारी किये जाये। गठित समिति की रिपोर्ट के आधार पर यदि कोई व्यक्ति नियमों की धज्जियां उड़ाकर क्षेत्र में अवैध रूप से कंपनी चला रहा है तो ऐसी कंपनियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए. ताकि भविष्य में निर्दोष कर्मचारी का परिवार अनाथ न हो जाए। श्री बरोट ने पत्र की एक प्रति पालघर की संरक्षक मंत्री, मीरा भायंदर वसई विरार पुलिस आयुक्त और पालघर के पुलिस अधीक्षक को इस गंभीर मामले से अवगत कराने के लिए भेजी है।

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