भाजपा काले झंडे दिखाकर करेगी प्रदर्शन – मनोज बारोट
पालघर। वसई विरार महानगरपालिका स्थापना के बाद करीबन पिछले 9 साल से महापौर मैराथन का आयोजन किया जा रहा है. कोरोनो के चलते पिछले दो साल से मैराथन नही हो पाया था, इसी प्रकार गत ढाई साल से वसई विरार मनपा में प्रशासकीय कार्यकाल चल रहा है इसलिए इस वर्ष मैराथन का नाम मेयर मैराथन की जगह वीवीसीएमएस मैराथन 2022 दिया गया है, जो की 11 दिसंबर को होने जा रहा है.बारोट ने बताया की 7 अक्टूबर को पालघर के सांसद राजेंद्र गावित की अध्यक्षता में क्षेत्र की समस्याओ को लेकर एक बैठक हुई थी. उस वक्त लिखित पत्र द्वारा आयुक्त को बताया गया था कि, पिछले कुछ महीनों से प्रशासकीय कामों में सत्ताधारियों का हस्तक्षेप ज्यादा दिख रहा है. इसलिए प्रशाकीय कायाकाल में प्रशासन के किसी भी कार्यक्रम या इसके पूर्व नियोजन में सभी राजकीय दल के नेताओ को समाविष्ट करे. अन्यथा भाजपा ऐसे कार्यक्रम का जाहिर निषेध करेगी. फिर भी 11 दिसंबर को होनेवाली मैराथन को लेकर पूर्व नियोजन के लिए दिनांक ०१ नवंबर को एक बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक की भाजपा को कोई सूचना नहीं थी, लेकिन बहुजन विकास आघाड़ी के नेता उपस्थित होने की जानकारी बारोट को सूत्रों से प्राप्त हुई है.
इसलिए इस बैठक को लेकर भाजपा वसई विरार जिला उपाध्यक्ष मनोज बारोट ने विरोध जताते हुए वसई विरार मनपा आयुक्त अनिल कुमार पवार को लिखित पत्र द्वारा सवाल किया है की, मैराथन का आयोजन महानगरपालिका ने किया है की बहुजन विकास आघाड़ी ने? इसका 4 दिन के भीतर लिखित जवाब दे, अन्यथा 9 दिसंबर को भाजपा प्रशासन के रवैए के विरुद्ध मनपा मुख्य कार्यालय के सामने काले झंडे दिखाकर विरोध दर्ज करेगी.
बारोट का मानना है की मैराथन के कारण दुनिया भर में वसई तालुका का नाम हो रहा है. इसलिए तालुका की बदनामी हो ऐसा कार्य करने के लिए मनपा प्रशासन भाजपा को मजबूर ना करे.
0 Comments