सारे मतभेद, गिले-शिकवे को मिटा देता है संगीत - पूनम विश्वकर्मा

 

मुंबई, संगीत ऐसी विधा है जो इंसान के बीच की सारी दूरियों, सारे मतभेद और सारे गिले-शिकवे को मिटा देता है और संगीत में अगर भजन का क्या कहना। भजन सब लोग मिल बैठकर सुनते हैं। भाईचारे के साथ सुनते हैं। इसीलिए विश्वकर्मा समाज की एकता और एकजुटता के लिए मैंने भगवान श्री विश्वकर्मा के भजनों को माध्यम बनाया है। यह विचार गीतकारा-गायिका पूनम विश्वकर्मा ने बुधवार की शाम अपनी दर्शन यात्रा के दौरान व्यक्त किया।

समाज को एकजुट करने और लोगों में भाई-चारे का संदेश देने के लिए पिछले साल से हर महीने की अमावस्या को की जा रही विश्वकर्मा दर्शन यात्रा बुधवार की शाम कांदिवली के हनुमान नगर में हुई। जिसमें बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए। दर्शन यात्रा में पूनम ने कई भजन पेश किए। इस बार दर्शन यात्रा का आयोजन करने वाले वरिष्ठ समाजसेवी लालजी विश्वकर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में भाजपा नेता अनिल विश्वकर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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