हृदयांगन की साहित्यिक यात्रा कानपुर होकर पहुंची हरिद्वार


मुंबई।। साहित्य, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक राष्ट्रीय संस्था हृदयांगन परिवार साहित्यिक यात्रा अनवरत मुंबई से चलकर उन्नाव लखनऊ कानपुर होते हुए देहरादून की पावन नगरी हरिद्वार पहुंची। संस्था के संस्थापक अध्यक्ष विधु भूषण त्रिवेदी विद्यावाचस्पति जी ने राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी विनय शर्मा दीप को बताया।11 दिवसीय हृदया'गन‌ अध्यक्ष महोदया श्रीमती विद्युत प्रभा के‌ साथ सपत्नीक  साहित्यिक सामाजिक आध्यात्मिक यात्रा जो कानपुर से 11 दिसंबर को शुरू हुई थी वह उज्जैन ओ'कारेश्वर इंदौर नागदा होते हुए देहरादून में अध्यक्ष निवास में  ४ दिन के लिए रूकी।हरिद्वार हरि की पौढी में पावन  स्नान के उपरांत बिजनौर रवाना।वहा' आदरणीय नीरज कांत सोती आदरणीय रमेश चंद्र महेश्वरी राजहंस, आदरणीय कृष्ण कुमार पाठक सहित अनेको साहित्यकारो से भेंट तत्पश्चात रात्रि देहरादून वापसी।इस साहित्यिक यात्रा का उद्देश्य मात्र हृदया'गन पारिवारिक सदस्यों से मिलकर हदयांगन संस्था का प्रचार प्रसार करना है। मौन तीर्थ विद्यापीठ उज्जैन में  एवं श्रीमती रुपाली डोले इंदौर के परिवार श्रीमती निकिता डोले नागदा के‌ परिवार देहरादून में डा० अलका अरोड़ा उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कार्यक्रम संयोजक हृदया'गन, मयंक चतुर्वेदी, शशांक चतुर्वेदी श्रीमती निकिता श्रीमती तान्या श्रीमती मोना दम्पत्ति श्रीमती आशा  कोमल परिवार अमिताभ दीक्षित परिवार श्रीमती आरती कौतुक सक्सेना दिल्ली आदरणीय ओम प्रकाश वशिष्ठ  स'योजक वैदिक संस्थान एवं संपादक एवं  श्रीमती प्रदीप सिंह सेवानिवृत्त वरिष्ठ बैंक अधिकारी आदि से शानदार मुलाकाते हुई आतिथ्य सत्कार भाव से  हृदय गदगद हो उठा व अंतर्मन प्रफुल्लि हुआ। वहां संस्था के सभी पदाधिकारियों के समक्ष महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए नये आजीवन सदस्य बनाये गये। पुष्कर स्मृति साहित्य महोत्सव एवं राष्ट्रीय कवि सम्मेलन  25 फ़रवरी 2023 स्थान हरिशरणम देहरादून समय 3 बजे अपराह्न  कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ रामेश्वर प्रसाद द्विवेदी "प्रलयकर' की एतद द्वारा उद्घोषणा की गई।संस्थापक अध्यक्ष हृदयांगन विधु भूषण त्रिवेदी ने आगामी कार्यक्रम में सभी साहित्यकारों से तन मन धन से इस महोत्सव में शामिल होने की अपील की है।

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