पालघर। 24 जनवरी को उत्तरप्रदेश का स्थापना दिवस है, इस दिन को देशभर में विविध राज्यों में रह रहे हमारे उत्तर भारतीय इस दिन को बड़ी धूमधाम से मनाते है. इसलिए बारोट का मानना है की इस दिन को ज्यादा से ज्यादा रंगारंग कार्यक्रम अपने क्षेत्र में होने चहिए ताकि हमारे सभी उत्तर भारतीय भाई बहन इसका आनंद ले सके, लेकिन इन कार्यक्रम की आड़ में किसी भी राज्य की पहचान का अपमान न हो इस बात का भी खयाल आयोजको को रखना चाहिए.
उत्तर प्रदेश दिवस निमित वसई विरार में भी दो बड़े कार्यक्रम होने जा रहे है, जिसमें से एक कार्यक्रम बहुजन विकास आघाड़ी पुरस्कृत उत्तर भारतीय विकास संस्था द्वारा आयोजन किया गया है, जिसकी निमंत्रण पत्रिका में यूपी सरकार के शासकीय लोगो का इस्तेमाल किया गया है.
इस विषय को लेकर भाजपा वसई विरार जिला उपाध्यक्ष मनोज बारोट ने मीरा भाइंदर वसई विरार पुलिस आयुक्त को लिखित पत्र द्वारा बताया है कि, प्रतीक चिन्ह (Logo) यह हर राज्य की अपनी पहचान है, इसलिए प्रतीक चिन्ह के गैरवापर रोकने और गरिमा बनाए रखने के लिए सभी राज्यों ने इसके इस्तेमाल के लिए कानून बनाए है. लेकिन बहुजन विकास आघाड़ी पुरस्कृत उत्तर भारतीय विकास संस्था द्वारा पत्रिका में प्रतीक चिन्ह का इस्तेमाल कर नियमो का उलंघन करने की शंका व्यक्त करते हुए बताया है कि इस कार्यक्रम में ब.वि.आ के अध्यक्ष और वसई के विधायक हितेंद्र ठाकुर के साथ दो विधायक, पूर्व महापौर, उप महापौर सहित अनेक मान्यवर कार्यक्रम में अतिथि के रूप में उपस्थित रहनेवाले है और यह सभी मान्यवर संविधानिक पद पर बैठे होने के नाते यूपी सरकार द्वारा 7 अगस्त 2019 को जारी किए गए अध्यादेश का मतलब भी भलीभाती जानते ही होंगे. इसलिए बारोट ने पुलिस प्रशासन से लिखित पत्र द्वारा मांग की है कि उत्तर प्रदेश सरकार के अध्यादेश के मुताबिक कार्यक्रम की पत्रिका में राज्य सरकार के लोगो का इस्तेमाल करने का अधिकार आयोजको को है कि नही? इसकी जांच के पश्चात यूपी सरकार के अध्यादेश के मुताबिक दोषियों पर कारवाई की मांग की है।
0 Comments