नालासोपारा में महाठगी के मास्टरमाइंड गिरोह का भांडाफोड़


महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश तक जुड़ी ठगी की कड़ी

नालासोपारा। वसई विरार में लोगों को झांसा देकर ठगी की वारदात को अंजाम देने की कई सारी खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं। यहां पर ठग बड़ी ही आसानी से लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम देते नजर आते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है नालासोपारा पूर्व के संतोष भवन में। यहां रहने वाले एक व्यक्ति ने अपने साथ हुई ठगी का मामला 2 महीने पहले पेल्हार पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाया।

पीड़ित के अनुसार, वह अपने चाचा का एटीएम लेकर संतोष भवन नाके स्थित आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम में कुछ पैसे निकालने गए थे। उसी दौरान चार अज्ञात युवक एटीएम के अंदर घुसे और उनसे पूछने लगे कि उन्हें कितना टाइम लगेगा। बातचीत में उलझा कर, अज्ञात युवकों ने पीड़ित का एटीएम कार्ड बदल दिया और उनका एटीएम पिन भी धोखे से पता कर लिया। इस बात की जानकारी पीड़ित को तब लगी जब पीड़ित के बैंक खाते से अचानक 40000 रुपए गायब हो गए। जिसके बाद पीड़ित ने अपने साथ हुई धोखाधड़ी का मामला पेल्हार पुलिस स्टेशन अंतर्गत दर्ज करवाया। जिसके बाद पेल्हार पुलिस स्टेशन की डिटेक्शन ब्रांच ने मामले को संज्ञान में लेकर एटीएम तथा उसके आस पास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो आरोपियों की पहचान हो गई। आरोपियों की पहचान होने के बाद जब पुलिस उनके पते पर पहुंची तो आरोपी पुलिस को नहीं मिले। ये आरोपी लगातार अपना पता बदलते जा रहे थे और साथ ही साथ मोबाइल फोन भी बदल देते थे, जिसके वजह से इनकी सही लोकेशन का पता लगाना पुलिस के लिए काफी ज्यादा मुश्किल साबित हो रहा था, लेकिन लगातार 2 महीने के अथक प्रयास के बाद पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली कि यह सभी आरोपी महाराष्ट्र के दमन से गुजरात, गुजरात से राजस्थान, राजस्थान से हरियाणा, हरियाणा से मध्य प्रदेश होते हुए अपनी कार से मध्यप्रदेश की ओर आ रहे हैं। जिसके बाद पेल्हार पुलिस ने मध्यप्रदेश की पुलिस से संपर्क कर, वहा पर नाकाबंदी लगवा मामले में शामिल इन चारों आरोपियों को मध्यप्रदेश से पकड़ने में सफलता हासिल कर ली। आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद उन्हें पेल्हार पुलिस स्टेशन लाया गया। पकड़े गए चारों आरोपियों का नाम क्रमश: विकी साल्वे, विकी वानखेड़े, अनिल बेलदोड़े, वैभव महाडीक है। पुलिस ने इनके पास से अलग-अलग बैंकों के 93 एटीएम कार्ड, 89 हजार रुपए नगद व स्विफ्ट कार बरामद किया है। कुल कीमत 5 लाख 28 हजार रुपए आकी गई है। इन आरोपियों पर मीरा भयंदर वसई विरार पुलिस आयुक्तालय अंतर्गत 11  मामले सहित अन्य पुलिस स्टेशन में दर्ज 5 मामलों का खुलासा हुआ है। ये आरोपी पिछले कई सालों में अलग-अलग राज्यों में भी कई सारी ठगी की वारदात को अंजाम दे चुके हैं और इन पर अलग राज्यों में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह गिरोह पिछले कई सालों से बड़े ही शातिर तरीके से लोगों को बेवकूफ बनाकर उनके एटीएम में फेरबदल कर उनका एटीएम पिन का पता लगाकर, उनके साथ ठगी की वारदात को अंजाम देता रहा था। फिल्हाल यह गिरोह अब पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है। अथक प्रयास के बाद फिलहाल पेल्हार पुलिस स्टेशन की डिटेक्शन ब्रांच टीम का इतने बड़े गिरोह पर शिकंजा कसना काबिले तारीफ है। सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है, और इन पर आगे की कार्रवाई जारी है।

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