भायंदर। देश की बेटियों का अपमान तथा उनके साथ दुर्व्यवहार करनेवाले शैतानों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा मीरा रोड के शहनाई हॉल में आयोजित 10वीं तथा 12वीं के मेधावी बच्चों के सम्मान में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्य मंत्री कृपाशंकर सिंह ने उपरोक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि देश के सर्वांगीण विकास में देश की बेटियों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्हें उनकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास होने चाहिए। उन्होंने कहा कि उनके व्यक्तिगत जीवन में उन्हें आगे बढ़ाने में एक महिला, देश की पूर्व राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा ताई पाटिल का विशेष योगदान रहा। उन्हीं की प्रेरणा से वे अब तक 58 बेटियों के शिक्षा की जिम्मेदारी सहर्ष उठा चुके हैं। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष डॉ अजय एल दुबे की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि संस्था द्वारा पिछले सात वर्षों से किया जा रहा बेटियों का सम्मान सराहनीय है। वे खुद इस संस्था के माध्यम से किसी एक बेटी को डॉक्टर या इंजीनियर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि बेटियों को जाति, धर्म तथा राजनीति से ऊपर उठकर देखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी विडंबना तब होती है, जब दरिंदे सरेआम किसी बेटी का अपमान करते हैं तथा उसके साथ दुर्व्यवहार करते हैं और आसपास के लोग चुप रहते हैं। उन्होंने कहा कि यदि लोगों में देश की बेटियों के प्रति थोड़ी भी संवेदनशीलता आ जाए तो कोई भी शैतान अपने मंसूबे में सफल नहीं हो सकता। कार्यक्रम के प्रारंभ में उनके हाथों से चार अलग-अलग धर्मों के धर्म गुरुओं का सम्मान किया गया।
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