तेरी यादें


हमारी आँख लगती 
नही आजकल
दिल तेरी यादों में
खोया रहता है

मुझसे पूछता है
पता तेरा
सवालों में उलझा
रहता है
बहला के देखा उसको
फुसला के भी देखा
मेरी कहां सुनता है 
जवाबो में 
भटका रहता है
दिल तेरी यादों में
खोया रहता है...

कभी चांद तारो की बातें
कभी मिलने मिलाने की रातें
हर शय में बस
तुझको ही 
ढूंढता रहता है 
कभी खुद ही मुस्काए
कभी गम से वो भर जाए
कुछ नही बस 
अश्कों में बहता
रहता है 
दिल मेरा
तेरी यादों में 
खोया रहता है .....

"मीनाक्षी पाठक"©️®️

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