मुंबई। महाराष्ट्र के 57वें वार्षिक निरंकारी संत समागम के उपरांत सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता रमित जी महाराष्ट्र की मानव कल्याण यात्रा पर हैं। उनके पावन सान्निध्य में महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में एक दिवसीय संत समागमों का आयोजन हो रहा है। इसी मानव कल्याण यात्रा के अंतर्गत मुंबई महानगर में उनका आगमन होने जा रहा है। इस सूचना से निरंकारी भक्तों में आनंद एवं उत्साह का वातावरण देखने को मिल रहा है और वह समर्पित भक्ति भाव से इस भव्य समागम की तैयारियों में पूरी तल्लीनता से लगे हुए है।
दिव्य युगल की पावन छत्रछाया में रविवार, 11 फरवरी को सांय 4.30 से रात्रि 9.30 बजे तक घोडबंदर मैदान, अदानी पावर हाउस के सामने, काशिमीरा, मिरा रोड (पूर्व), मीरा भायंदर, मुंबई में एक विशाल निरंकारी संत समागम का आयोजन किया जाएगा।
इस विशाल संत समागम में एक ओर जहां श्रद्धालुओं एवं मुंबई निवासीयों को दिव्य युगल के पावन दर्शन एवं प्रवचनों का लाभ प्राप्त होगा वही दूसरी ओर मिशन के वक्तागण व्याख्यान, गीत, भजन एवम कविताओं के माध्यम से अपने शुभ भावों को भी व्यक्त करेंगे।
संत निरंकारी मिशन एक आध्यात्मिक विचारधारा है जो ब्रह्मज्ञान द्वारा मानव को मानव से जोड़ने का कार्य करती है। ज्ञान के उजाले से मानव मन में व्याप्त समस्त भ्रम-भ्रांतियां समाप्त हो जाती है और मानव को मानव प्यारा लगने लगता है। वर्तमान समय में जहाँ हर तरफ वैर, निन्दा, ईर्ष्या का भाव है ऐसे समय में सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज अपनी कल्याण यात्राओं के माध्यम से संसार में शांति, सुकून, अमन, चैन एवं वसुधैव कुटुंबकम् की परिकल्पना को साकार रूप प्रदान कर रहे हैं।
इस संत समागम के पावन अवसर का लाभ प्राप्त करने हेतु मेंबर इंचार्ज, प्रचार-प्रसार, मनमोहन छाबड़ा ने समस्त श्रद्धालुओं एवं नगरवासीयों को सादर आमंत्रित किया।
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