जाति और धर्म से हटकर की गई राजनीति का कृपाशंकर सिंह को मिल रहा फायदा

स्व सीताराम यादव सेठ स्मृति दिवस समारोह में पहुंचकर दी श्रद्धांजलि 

 जौनपुर। अपनी विनम्रता,शालीनता, सहजता और सहयोग करने की प्रवृत्ति के चलते राजनीति में अजातशत्रु के रूप में पहचाने जाने वाले महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने प्रतिष्ठा की सीट कही जाने वाली जौनपुर लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी घोषित किया है। भारतीय जनता पार्टी को छोड़कर अन्य किसी पार्टी ने अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। कृपाशंकर के मैदान में आ जाने से विपक्षी पार्टियों का गणित गड़बड़ा गया है। कृपाशंकर सिंह को मुंबई में रहने वाले उत्तर भारतीयों का सबसे लोकप्रिय नेता माना जाता रहा है। कृपाशंकर सिंह ने कभी भी जाति और धर्म की राजनीति नहीं की। उत्तर भारतीय समाज की हर जरूरतों पर वे उनकी आवाज बनकर खड़े रहे। कोरोना संक्रमण काल में उन्होंने जिस तरह अपनी जान की परवाह किए बिना उत्तर भारतीय लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने में, जरूरतमंद लोगों तक दवा और राशन भिजवाने में मदद की, उसे उत्तर भारतीय समाज आज भी याद करता है। जब भी किसी उत्तर भारतीय को बड़ी कामयाबी मिली अथवा कोई मुसीबत में रहा हो, कृपाशंकर सिंह सबसे पहले पहुंचने वाले लोगों में रहे। कुछ महीना पहले दहिसर की झोपड़पट्टी में रहने वाली ऐश्वर्या मिश्रा को जब एशियाई खेल में 4 गुणा 400 मीटर दौड़ में सिल्वर मेडल मिला, तो कृपाशंकर सिंह ही वह पहले व्यक्ति रहे,जिन्होंने ऐश्वर्या मिश्रा के पिता कैलाश मिश्रा से मिलकर उसकी हर संभव सहायता की। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हाथों सम्मान कराया तथा सरकार की तरफ से हर संभव मदद की घोषणा करवाई। पिछले दिनों पुणे के एक अनजान रिक्शाचालक राम धीरज यादव ने स्थानीय गुंडो से परेशान होकर कृपाशंकर सिंह को व्हाट्सएप द्वारा मदद की गुहार लगाई तो कृपाशंकर सिंह ने तत्काल वहां के एसपी से संपर्क गुंडो को अरेस्ट कराया तथा यादव को सुरक्षा पूर्वक उसके घर में बसाया। इस तरह की अनेक घटनाएं हैं, जिसने कृपाशंकर सिंह के राजनीतिक कद को बड़ा बनाया। मुंबई में जौनपुर के 10 लाख से अधिक लोग रहते हैं। कृपाशंकर सिंह ने हमेशा उनके संरक्षक की तरह उनका साथ दिया है। कर्मभूमि मुंबई के साथ-साथ जन्मभूमि जौनपुर के विकास के लिए भी वे सदैव तत्पर रहे। जौनपुर में हुए अनेक निर्माण कार्यों का श्रेय उन्हें जाता है। कृपाशंकर सिंह की इन्ही विशेषताओं के चलते सभी समाज के लोग आज उनके साथ खड़े नजर आ रहे हैं। यादव समाज, मुंबई के सचिव तथा वरिष्ठ पत्रकार विनोद यादव के अनुसार कृपाशंकर सिंह की लंबी राजनीतिक पारी में कहीं भी जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं दिखाई देता। यादव समाज पूरी तरह से कृपा जी को ऐतिहासिक विजय दिलाने के लिए पसीना बहा रहा है।आज धनियामऊ मंडल के शक्ति केंद्र सरऻयगौरा के रमदेइया गांव में स्व. सीताराम यादव सेठ स्मृति दिवस समारोह में श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे कृपाशंकर सिंह का वहां उपस्थित भारी संख्या में यादव समाज के लोगों ने न सिर्फ स्वागत किया, अपितु उनके साथ खड़े रहने का भरोसा भी दिलाया। कृपाशंकर सिंह ने कहा कि वह हर समाज के आशीर्वाद और विश्वास की शक्ति के साथ चुनाव लड़ रहे हैं।

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