वसई। महापण्डित राहुल सांकृत्यायन फाउंडेशन, अखिल ब्रह्म विज्ञान संस्थान, राजभाषा हिंदी प्रचार संस्थान के संयुक्त तत्त्वावधान में शारदा ज्ञानपीठ इंटरनेशनल स्कूल मालाड पूर्व के विशाल सभागार में विद्यालय के संस्थापक डॉ शारदा प्रसाद शर्मा की अध्यक्षता में सांकृत्यायन की जयंती धूमधाम से मनाई गई। अध्यक्ष शर्मा ने अपने विद्वत्तापूर्ण उद्बोधन में आधुनिक परिप्रेक्ष्य में प्राचीन संस्कृति, सभ्यता एवं मान्यताओं के संरक्षण पर बल दिया। स्वागताध्यक्ष डॉ. ओमप्रकाश दुबे ने अपने ओजस्वी भाषण में सांकृत्यायन जी के विविध पहलुओं एवं पक्षों को रोचक ढंग से प्रस्तुत किया। तीनों संस्थाओं के संस्थापक डॉ. श्रीभगवान तिवारी ने प्रास्ताविकी में राहुल एवं भगवान परशुराम के दिव्य जीवन पर प्रकाश डाला। सम्मान्य अतिथियों में वेदमूर्ति गोरक्षनाथ पैठणकर ने सबको आशीर्वाद देते हुए इस प्रकार के कार्यक्रमों का अधिकाअधिक आयोजन पर बल दिया एवं संगठन को मजबूती प्रदान करने की बात कही। विद्वानों के वेदमंत्रोच्चार के उद्घोष के साथ अतिथियों में वेदमूर्ति गोरक्षनाथ पैठणकर, अध्यक्ष डॉ. शारदा प्रसाद शर्मा, स्वागताध्यक्ष डॉ ओमप्रकाश दुबे, रोशनी किरण, मधुबाला शुक्ला ने माँ सरस्वती, भगवान परशुराम एवं सांकृत्यायन जी की मूर्तियों पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलन तथा अर्चन किया। प्रारंभ में रोशनी किरण ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की, अर्चना उपाध्याय ने स्वागत गीत गाया, आचार्य रामव्यास उपाध्याय ने अतिथियों का परिचय दिया। आचार्य रामव्यास ने गोरक्षनाथ पैठणकर, जनार्दन मिश्र ने डाॅ. शारदा प्रसाद शर्मा, डाॅ. परमिंदर पाण्डेय ने डाॅ.ओमप्रकाश दुबे, प्रभाशंकर शुक्ल ने दिनेश सबनीश, अर्चना उपाध्याय ने डाॅ. रोशनी किरण, पुष्पा तिवारी ने डाॅ. मधुबाला शुक्ला का सम्मान किया। वीरेंद्र त्रिपाठी, धनंजय चौबे, अनिल तिवारी आदि संस्था-सदस्यों ने अन्य अतिथियों, कवियों, वक्ताओं को शाल एवं पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया।
कवियों में श्याम नारायण पाण्डेय, राम सिंह, जवाहरलाल निर्झर, डाॅ.विवेक सिंह, मनमोहन दास, दिनेश वर्मा, अमर दुबे, दिनेश बैसवारी ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
डाॅ.परमिंदर पाण्डेय, अर्चना उपाध्याय, डाॅ. अवनीश सिंह, डॉ.मधुबाला शुक्ला, डॉक्टर चंद्रभूषण शुक्ल आदि वक्ताओं ने सांकृत्यायन जी पर विद्वतापूर्ण परिपत्र प्रस्तुत किया। डाॅ.अमरबहादुर पटेल, एवं डाॅ.अवनीश सिंह ने कुशल मंच संचालन किया।डाॅ. परमिंदर पाण्डेय ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के संयोजन में चंद्रवीर यादव आर.के.सर, प्रभाशंकर शुक्ल, जनार्दन मिश्र, धनंजय चौबे का विशेष योगदान था। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
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