विठोबा नाम के उद्घोष से गूंज उठी भुतानगरी

 
मुंबई। आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर, नागरदास धारसी भुता हाई स्कूल में विट्ठल रखुमाई की पूजा बड़े धूमधाम और ढोल-नगाड़ों के साथ की गई। इस अवसर पर विद्यालय की संस्थापिका श्रीमती भानुमतीबेन भुता उपस्थित थीं। विद्यालय के ट्रस्टी कमलेशजी भुता, ट्रस्टी श्रीमती देवांगीबेन भुता, ट्रस्टी शुभेंदु भुता बड़े उत्साह के साथ उपस्थित थे।

आषाढ़ी एकादशी कार्यक्रम को लेकर विद्यार्थियों में एक अलग ही उत्साह और खुशी थी। कक्षा सातवीं/ए के छात्र 'सिद्धेश हलवाई 'ने विट्ठल की पोशाख पहनी और सातवीं/बी की छात्रा 'यशस्वी पांडे' ने रुक्मिणी की पोशाख पहनी, जैसे कि विट्ठल रखुमाई वास्तव में समारोह में मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुवात विठ्ठल रखुमाई की पूजा एवं आरती से की गई। इसके बाद विट्ठल रुक्मिणी की मूर्ति को पालखी में रखकर दिंडी यात्रा के लिए निकल पड़े। जब छात्र वारकरों की वेशभूषा में थे, तो ऐसा लग रहा था मानो वे पंढरपुर की यात्रा पर हों। सभी छात्रों ने विठू नाम का जाप करते हुए विद्यालय से अंधेरी पूर्व तक जुलूस निकाला।

स्कूल में आकर सभी ने विट्ठल का नाम लिया। छात्र " स्वप्नज पायरे, साक्षी भोसले, सोहम जोएल, तन्मय सावंत, दीप रावरिया, शैस्का, मंथन "ने संत नामदेव, संत तुकाराम, संत एकनाथ, संत ज्ञानेश्वर, संत मुक्ताबाई, संत जनाबाई, गोरा कुंभार की वेशभूषा धारण की और उनके भजन गाए। कार्यक्रम को सफल बनाने में अंधेरी पुलिस विभाग के अफसरों की भी विशेष भूमिका रही।

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