वसई विरार में भी जानलेवा वायु प्रदूषण के बीच नेशनल मैराथन में धावकों का होगा बुरा हाल

 

कंस्ट्रक्शन साइटों से उड़ते धूल कण से स्थानीय निवासियों का स्वास्थ्य खतरे में, धावकों का स्वास्थ्य रामभरोसे?

विशेष संवाददाता - कमर वेग
विरार : भारत में  फर्ज़ अदायगी का जबरदस्त ट्रेंड लम्बे समय से  चला आरहा है.केंद्र सरकार और राज्य सरकार लाख परियोजनाएं लाए करोड़ो-खरबों खर्च कर दें, लेकिन उस योजना को क्रियान्वित करने वाले उस योजना को नाम मात्र की बना कर रख देते हैं. कोई भी योजना अपने पूर्ण रूप में सर्व सामान्य तक पहुँच ही नही पाती हैं, इसका कारण स्थानीय प्रशासन उसे अपेक्षित रूप से क्रियान्वित ही नही करता है तो वह योजना सिर्फ नाम की ही रह जाती है । 
                 अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानवता को सब से बड़े खतरे ग्लोबल वार्मिंग को लेकर हर देश हर वर्ष ग्लोबल क्लाइमेट समिट में भाग लेता है और अपने अपने देश में कार्बन उत्सर्जन कम करने उपाय योजना में किए जा रहे काम और किए जाने वाले काम की जानकारी और फंड की मांग भी करता है ।ग्लोबल स्तर पर गरीब देश और विकाशील देशों को भी उपाय योजना पर कड़े कदम उठाने काम करने और फंड की मांग की जाती है ।     

                     प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्लोबल क्लाइमेट समिट में अपने भाषण में भारत द्वारा उठाए गए कदम और उपाय योजना में किए जा रहे ठोस कदम की जानकारी दी थी. साथ ही दुनिया भर के नेताओ को ठोस कदम उठा कर ग्लोबल वार्मिंग के खतरे से निपटने की बात कही थी । प्रधानमंत्री मोदी ने इस ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए विभिन्न उपाय योजना में एन के ए पी (नेशनल क्लीन एयर पॉल्यूशन ) जैसी योजनाएं चलाई हैं जिस में देश भर के स्थानीय निकाय प्रसासन को करोड़ो रुपए का फंड दिया गया है जिस में इलेक्ट्रिक गाडियों से लेकर अन्य कामो में जिस से वायु प्रदूषण को कम कर रोका जाए इस लिए फंड दिए गए हैं लेकिन अफसोस कमीशन खोरी और भ्र्ष्टाचार इस कदर है की इस योजना में खरीदी गई करोड़ो की गाड़ियों का अधिकतर  इस्तेमाल नही होता है गाड़ियां धूल खा रही होती है ।
                 विभिन्न स्रोतों से  बढ़ते वायु प्रदूषण से नागरिको को विभिन्न बीमारियों का सामना भी करना पड़ रहा है।  हम बात कर रहे हैं वसई विरार में होने वाले नेशनल मैराथन की जो 8 दिसंबर को होने जा रहा है । जिस में देश भर के धावक इस मे भाग लेने वाले हैं । इसी की तैय्यारी को लेकर कुछ दिनों पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस मनपा मुख्यालय में रखी गई थी । जिस में एक पत्रकार ने आयुक्त को रिडेवलपमेंट इमारतों की कंस्ट्रक्शन साइट से कीचड़ मिट्टी रोड पर गिराने वाले डम्परों और रोड खराब होने के साथ हो रही दुर्घटनाएं व उस से धावकों को नुकसान ना हो इस कि सूचना दी थी । 
                कुछ महीनों पहले एनसीपी शरद पवार पार्टी वसई विरार जिल्हा मीडिया प्रमुख व पत्रकार कमर बेग ने सड़को को खराब करने वाले कंस्ट्रक्शन साइट के डम्परों की जब्ती के लिए मनपा व आरटीओ की संयुक्त कार्यवाई की मांग का पत्र दे चुके हैं लेकिन आज तक कोई भी कार्यवाई नही हुई फिलहाल आज भी विरार म्हाडा से लेकर चौथे रोड पर डम्परों से गिरी कीचड़ मिट्टी सुख कर टीला बन चुकी है जब कि यही रूट पर मैराथन धावकों को दौड़ना है साथ ही इसी रूट पर कई जगह कंस्ट्रक्शन साइट पर धूल मिट्टी से वायु प्रदूषण खूब बढ़ गया है ऐसे में खराब हुए सड़को और बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच नेशनल मैराथन होने जा रही है । इस मामले में सम्बंधित अधिकारी से उनकी प्रतिक्रिया के लिए सम्पर्क करने की कोशिश की गई लेकिन वह उपलब्ध नही हो सके ।

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