जौनपुर। सिकरारा ब्लॉक स्थित गनापुर गांव निवासी वरिष्ठ समाजसेवी व पूर्व प्रवक्ता कैलाश नाथ दूबे नहीं रहे। उन्होंने गुरुवार की रात लखनऊ के एक निजी चिकित्सालय में अंतिम सांसें लीं। वे 77 वर्ष के थे। उनके निधन की खबर से क्षेत्रीय जन शोकाकुल हो गये। शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाने के लिए लोगों का तांता लगा रहा। स्व दूबे कार्यमक्ति के बाद भी शैक्षिक दायित्वों के अलावा निरंतर समाजसेवा में लगे रहे। वह सरल और मृदुभाषी स्वभाव के थे। अपने जीवन काल में करीब 200 शादियों में मध्यस्थता की भूमिका निर्वाह करने वाले कैलाश नाथ दुबे ने सैकड़ो युवाओं को रोजगार दिलाने में उनकी मदद की। वह अपने पीछे दो पुत्र, पौत्र सहित भरापुरा परिवार छोड़ गए। उनका अंतिम संस्कार वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर कर दिया गया। मुखाग्नि उनके बड़े पुत्र डॉक्टर मुन्ना दूबे ने दिया। उनके छोटे भाई सुभाष दूबे, पुत्र ओम दूबे, पूर्वांचल विकास परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ दृगेश यादव ,राष्ट्रीय प्रवक्ता पत्रकार शिवपूजन पांडे, बसंत मिश्रा, उपेंद्र तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार गिरीश उपाध्याय, पत्रकार प्रमोद पांडे, सुशील मिश्रा, संदीप यादव आदि ने गहरा दुख प्रकट करते हुए उनकी आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की है।
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