वसई। विरार महानगरपालिका के ठेके पर चल रहे दिवाबत्ती विभाग से स्ट्रीट लाइट को लेकर लगातार शिकायतें आ रही हैं, जनता को बेतरतीब जवाब मिल रहे हैं और अफरा-तफरी का माहौल थमने का नाम नहीं ले रहा। विकास कार्यों के लिए टेंडर प्रक्रिया के प्रस्ताव हैं, प्रक्रिया में हैं। फिर चाहे वह निर्माण विभाग हो, स्वास्थ्य, दिवाबत्ती, जलापूर्ति, वृक्ष प्राधिकरण या कोई भी विभाग, मनपा प्रशासन जनता की मूलभूत सुविधाओं को लेकर गंभीर नहीं है , वसई-विरार शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष ओनिल आल्मेडा ने उपरोक्त बातें कही।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के साथ मनपा के विभिन्न प्रभाग समिति कार्यालयों में संबंधित उपायुक्तों व सहायक आयुक्तों ने कई बार बैठकें कीं। इन बैठकों में निर्माण, स्वास्थ्य, दिवाबत्ती, जलापूर्ति, वृक्ष प्राधिकरण आदि विभागों के अधिकारी-कर्मचारी भी उपस्थित रहे। हर बार प्रशासन ने खोखले आश्वासन दिए।
आखिरकार जब कांग्रेस ने मनपा मुख्यालय में आयुक्त के दफ्तर में उग्र आंदोलन की गंभीर चेतावनी दी, तब मनपा ने सोमवार, 24 नवंबर को कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को चर्चा के लिए आमंत्रित किया। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के साथ सकारात्मक चर्चा हुई और आठ दिन में काम शुरू करने का लिखित आश्वासन मनपा प्रशासन ने दिया था। जिला अध्यक्ष ओनिल आल्मेडा के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने अतिरिक्त आयुक्त दीपक सावंत से मुलाकात कर उनको ज्ञापन सौंपा था, लेकिन उस पर भी अमल नहीं हुआ। आल्मेडा ने कहा कि दो हफ्ते बीत जाने के बाद भी जमीनी स्तर पर कोई काम दिखाई नहीं दे रहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है । उन्होंने आगे कहा कि पहले भी मनपा के सभी प्रभागों में कई बैठकें हुईं, सिर्फ आश्वासन और कागजी खेल हुआ। वसई-विरार शहर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से बार-बार प्रशासन को सूचनाएँ दी गईं, आंदोलन किए गए, बैठकें हुईं — सब व्यर्थ साबित हुए। जिल्हा कांग्रेस पदाधिकारियों द्वारा मनपा के विभिन्न प्रभाग समिति कार्यालयों में दिए गए पत्र के बावजूद जनता की समस्याओं को लेकर मनपा प्रशासन गंभीर नहीं दिख रहा। इसलिए लिखित आश्वासन के कारण स्थगित किया गया आंदोलन अब फिर शुरू होगा। मनपा मुख्यालय में आयुक्त के दफ्तर में वसई-विरार जिला कांग्रेस की ओर से 10 दिसंबर को सुबह 11 बजे अनिश्चितकालीन धरना आंदोलन शुरू किया जाएगा, यह चेतावनी कांग्रेस जिला अध्यक्ष ओनिल आल्मेडा ने दी है।
मनपा की स्थापना से लेकर अब तक वसई की स्थानीय जनता पीने के पानी से वंचित है। खासकर वसई पश्चिम क्षेत्र में पीने के पानी की भारी किल्लत है। लोगों की अपनी कूपनलिकाएँ (बोरवेल) हैं, लेकिन वह पानी खारा होने से स्थानीय जनता का स्वास्थ्य खतरे में है, यह अत्यंत गंभीर मामला है। हमारे पास पानी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है, इसलिए तुरंत वसई की जनता को पीने का पानी उपलब्ध कराना उचित होगा। प्रशासन अपने दिए वचन पर खरा नहीं उतर रहा, यह बहुत बड़ा दुर्भाग्य है। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। सड़कों की हालत बेहद खराब हो चुकी है, लगातार दुर्घटनाएँ हो रही हैं और कई नागरिकों की जान जा रही है, फिर भी मनपा प्रशासन को इसकी जरा भी चिंता नहीं है। इस लापरवाह प्रशासन से अब वसई, विरार और नालासोपारा की जनता त्रस्त हो चुकी है।
कांग्रेस ने निम्नलिखित माँगें रखी हैं–
• दिवाबत्ती का काम हर प्रभाग में किस आधार पर बँटा है, उसकी जानकारी सार्वजनिक की जाए।
• प्रभाग समिति कार्यालयों में दिवाबत्ती विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों तथा मुख्यालय के अधिकारियों के मोबाइल नंबर फलक पर लगाए जाएँ।
• दिवाबत्ती विभाग के ठेकेदारों व मनपा के सभी कॉन्ट्रैक्ट/करार की प्रति हर प्रभाग में उपलब्ध हो।
• दिवाबत्ती विभाग के दैनिक कार्य का लिखित दैनंदिन रिपोर्ट उपलब्ध हो।
• सभी कामों में सुगमता के लिए मुख्यालय के अधिकारी प्रत्येक प्रभाग में निश्चित समय पर जनता के लिए उपलब्ध रहें।
इन माँगों को लेकर कांग्रेस अब फिर से उग्र आंदोलन करने को तैयार है।
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