आजादी के बाद पहली बार हुआ एफडब्लूआईसीईके नये पदाधिकारियोंका निर्विरोध चयन बीएन तिवारी फिर चुने गए प्रेसिडेंट, अशोक दूबे- जनरल सेक्रेटरी और गंगेश्वर श्रीवास्तव -ट्रेजरार बनाए गए

मुंबई: देश के आजाद होने के बाद पहली बार ऐसा हुआ है जब सिनेमा, टेलीविजन और शो से जुड़ी ३२ यूनियनों की मदर बॉडी और पांच लाख से ज्यादा फिल्म और टीवी वर्करों सेजुड़ी फेडरेशन आॅफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉयज (एफडब्लूआईसीई) का तीन वर्षीय चुनाव  इस साल ऐतिहासिक रूप से  निर्विरोध हुआ। एफडब्लूआईसीई का गठन वर्ष १९५६ में किया गया था और तब से हमेशा इसके पदाधिकारियों के चयन के लिए चुनाव होता था जिसमें कई लोग अपना नामांकन पत्र दाखिल करते थेमगर  वर्ष १९५६ के बाद पहली बार ऐसा हुआ है जब एफडब्लू आईसीई के ८ पदाधिकारियों के चुनाव के लिए ८ ही लोगों ने नामांकन  पत्र दाखिल किया जिसके बाद एफडब्लूआईसीईकी इलेक्शन स्क्रूटनी कमेटी के चेयरमैन अंजनी श्रीवास्तव, कमेटी मेंबर प्रमोद पाठक और राकेश मौर्याने सभी ८ पदाधिकारियों के निर्विरोध चुने जाने की घोषणा की। 

नामांकन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि ५ मार्च २०२१ को शाम पांच बजे तक थी। इस साल भी पुरानी टीम ही  ऐतिहासिक रूप से चुनी गई। २०२१- से २०२४ तक की  तीन वर्षीय टीम मेनिर्विरोध चुने गये फेडरेशन आॅफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉयज (एफडब्लूआईसीई) के पदाधिकारियों मेंप्रेसिडेंट- बी.एन. तिवारी, सिनीयर वाईस प्रेसिडेंट -फिरोज खान राजा, वाईस प्रेसिडेंट -संगम उपाध्याय, जनरल सेक्रेटरी -अशोक दूबे, ज्वाईंट सेक्रेटरी -स्टेनली डिसुजा, ज्वाईंट सेक्रेटरी- राजेन्द्र सिंह, ट्रेजरार- गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव संजू भाई, ज्वाईंट ट्रेजरार- नदीम खान को चुना गया। इन पदाधिकारियों को सभी युनियनों और फिल्म और टीवी से जुड़े लोगों ने बधाई दी है। एफडब्लूआईसीई के इतिहास में इन पदाधिकारियों के निर्विरोध चुना जाना इस बात की गवाही देता है कि ईमानदारी और मेहनत केअलावा दुनिया में कोई शार्टकर्ट नहींहोता है। इन पदाधिकारियों को एफडब्लूआईसीई के मुख्य सलाहकार गजेन्द्र चौहान, अशोक पंडित और शरद शेलार ने भी बधाई दी है।

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