- तीन मंडलों में एकलौती शिक्षक हैं माधुरी, बढ़ाया जौनपुर का मान
नया सबेरा नेटवर्क
जौनपुर। यूपी में सरकारी स्कूली में पढ़ाई को लेकर आये दिन चर्चा होती रहती है। खासकर प्राथमिक विद्यालयों की जिसके बारे में यह कहा जाता है कि यहां पढ़ाई होती ही नहीं और शिक्षक महज खानापूर्ति करने आते है। इन सबके इतर जौनपुर में कई ऐसे प्राथमिक विद्यालय हैं जिसे संजाने, संवारने के साथ—साथ यहां के विद्वान शिक्षक निजी विद्यालयों को टक्कर दे रहे हैं। शिक्षकों ने अपनी प्रतिभा के बल पर यह दिखा दिया कि अगर सही दिशा में कार्य किया जाय तो निश्चित रूप से बदलाव आयेगा। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है बेसिक शिक्षा विभाग में सिकरारा ब्लॉक की शिक्षक माधुरी जायसवाल ने। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की ओर से लर्निंग आउटकम के लिए नाट्य प्रतियोगिता में कंपोजिट विद्यालय इब्राहिमाबाद की शिक्षिका माधुरी जायसवाल का चयन हुआ है। प्रतियोगिता में प्रदेशभर से सिर्फ 33 शिक्षक चुने गए हैं। इतना ही नहीं माधुरी ने अपनी प्रतिभा के दम पर सिर्फ जौनपुर ही नहीं बल्कि वाराणसी, आजमगढ़ और मिर्जापुर मंडल में भी एकलौती शिक्षक हैं जिनका चयन हुआ है। उनके चयन से पूरे जनपद में खुशी का माहौल है।
माधुरी का नाटक रक्तदान—महादान हुआ चयनित
एससीईआरटी ने राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन करते हुए शिक्षकों से विभिन्न विषयों पर नाटक लेखन, निर्देशन और मंचन के साथ इसकी सीडी मांगी थी। पूरे प्रदेश से हजारों शिक्षकों ने इसमें आवेदन किया। निर्णायक मंडल ने लर्निंग आउटकम से संबद्धता, पटकथा, संवाद, मंच सज्जा, प्रस्तुतीकरण, प्रभावशीलता आदि बिंदुओं पर मूल्यांकन के बाद सिकरारा ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय इब्राहिमाबाद की शिक्षिका माधुरी जायसवाल के नाटक रक्तदान-महादान को चुना है।
खुद लिखा नाटक, किया निर्देशन, बच्चों ने निभाई सभी भूमिकाएं
नाटक का निर्देशन और लेखन उन्होंने खुद किया है। इस नाटक के माध्यम से समाज को रक्तदान के लिए प्रेरित करने की कोशिश की है। खास बात यह कि सभी भूमिकाएं उच्च प्राथमिक विद्यालय इब्राहिमाबाद के बच्चों ने निभाई है।
नवाचारों के माध्यम से पढ़ाना ही माधुरी का उद्देश्य
इस उपलब्धि का श्रेय विद्यालय के बच्चों, शिक्षकों, बीईओ और अन्य विभागीय अधिकारियों को देते हुए माधुरी जायसवाल ने बताया कि विज्ञान को प्रयोग, अभिनय, गतिविधियों, मॉडल निर्माण और नवाचारों के माध्यम से पढ़ाना ही मेरा उद्देश्य है, ताकि बच्चों को विषय में रुचि हो और समझने में आसानी हो। क्राफ्ट कला, चित्रकला, भाषण, योग और सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि में भी बच्चों के लिए हमेशा बेहतर करने का प्रयास विद्यालय परिवार के साथ मिलकर किया है। सबके सहयोग से कही विद्यालय के बच्चों ने कई बार कई पुरस्कार जीते हैं।
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