सीएम योगी की घोषणा, खुद का ऑक्सीजन प्लांट लगाने वाले प्राइवेट अस्पतालों की मदद करेगी यूपी सरकार | Khabare Purvanchal

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड के खिलाफ लड़ाई में निजी चिकित्सा संस्थानों का सहयोग की सराहना की है। उन्होंने कहा है कि स्वयं का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने वाले  निजी क्षेत्र के चिकित्सा संस्थान अपनी जरूरत बताएं। सरकार उन्हें हर जरूरी मदद मुहैया कराई जाएगी। भविष्य की आवश्यकता के मद्देनजर हर अस्पताल को ऑक्सीजन जैसी महत्वपूर्ण सुविधा के लिहाज से आत्मनिर्भर होना होगा। मुख्यमंत्री बुधवार शाम वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर व वाराणसी की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि -- प्रदेश में नवीन ऑक्सीजन प्लांट को राज्य सरकार द्वारा सभी आवश्यक प्रोत्साहन प्रदान किए जाएंगे। इस कार्य में विधायक निधि और एसडीआरएफ का भी प्रयोग किया जा सकता है। 


नोडल अधिकारी लखनऊ में ही कैंप करें 

मुख्यमंत्री ने कहा कि  कोविड मरीजों के लिए  लखनऊ में साढ़े पांच हजार से अधिक बेड कोविड उपलब्ध हैं। अकेले केजीएमयू में आज 380 बेड की बढ़ोतरी हुई है। ट्रॉमा, न्यूरोसर्जरी एवं अन्य अति आवश्यक विभागों को छोड़कर इसे चरणबद्ध रूप से पूर्ण डेडिकेटेड हॉस्पिटल के रूप में सक्रिय किया जाए। लखनऊ में अलग-अलग अस्पतालों के लिए नियुक्त सभी नोडल अधिकारी संबंधित अस्पतालों में ही कैंप करें। 



मरीजों व परिजनों के साथ संवेदनशीलता बरती जाए 


समस्त जिला प्रशासन यह देखे कि आपदा की इस स्थिति में किसी भी मरीज अथवा उसके परिजन के साथ कहीं अमर्यादित व्यवहार न हो। अस्पतालों में ओवरबिलिंग की शिकायत न आए।ऐसी कोई कार्यवाही न करें जिससे लोगों में भय बढ़े। मरीजों और उनके परिजनों के साथ पूरी संवेदनशीलता रखी जानी चाहिए। 

लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी जिलों की अतिरिक्त ऑक्सीजन की जरूरत पर लागातर नजर रखी जा रही है। 

प्रयागराज और वाराणसी में बेड्स की संख्या बढ़ाये जाने की जरूरत है, साथ-साथ ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने पर भी काम किया जाए। बीएचयू और हेरिटेज जैसे चिकित्सा संस्थान पूरी क्षमता के साथ क्रियाशील रखे जाएं। ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए खाली टैंकर का अभाव नहीं होगा। नासिक (महाराष्ट्र) में आज ऑक्सीजन लीक होने की दुर्घटना हृदयविदारक है। हमें इससे सबक लेना चाहिए। सभी स्थानों पर सुरक्षा और सावधानी बरती जाए।

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