कर्मठ और क्रांतिकारी पत्रकार रहे सरोज त्रिपाठी–वागीश सारस्वत |Khabare Purvanchal

मुंबई ; महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के महासचिव व प्रवक्ता डॉ. वागीश सारस्वत ने कहा है कि सरोज त्रिपाठी एक कर्मठ, ईमानदार और क्रांतिकारी पत्रकार थे। मुंबई के नवभारत टाइम्स में वर्षों तक अपनी सेवाएं देने के बाद 7 वर्ष पूर्व वे सेवानिवृत हो गए थे। त्रिपाठी वर्षों तक मुंबई विश्विद्यालय के गरवारे इंस्टिट्यूट व के सी कॉलेज में पत्रकारिता के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देते रहे।
सोमवार 17 मई की सुबह 8.19 बजे सरोज त्रिपाठी का मीरा रोड के वॉकहार्ट अस्पताल में निधन हो गया। वे पिछले एक माह से कोरोना से जंग लड़ रहे थे। 
डॉ वागीश सारस्वत के मुताबिक सरोज त्रिपाठी विद्यार्थी जीवन से ही क्रांतिकारी रहे। जनवादी विचारों के पैरोकार रहे सरोज त्रिपाठी ने कभी भी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। विद्यर्थियों के आंदोलन की अगुआई करते हुए सरोज त्रिपाठी एक दिन कुलपति की कुर्सी पर कब्जा करके बैठ गए थे तथा कुलपति के गलत फैसलों को निरस्त करने का आदेश पारित कर दिया था। बाद में इसकी सजा के तौर पर सरोज त्रिपाठी से उनकी सभी डिग्रियां छीन ली गयीं थी। 
डॉ सारस्वत के मुताबिक सरोज त्रिपाठी में जीवन में कभी हार नहीं मानी। त्रिपाठी को ज्ञान का खजाना माना जाता था
सरोज त्रिपाठी के निधन पर ऑनलाइन श्रधांजलि सभा का आयोजन किया गया । डॉ वागीश सारस्वत , सैयद सलमान, मासूमा तलत सिद्दीकी, वंदना सिंह, मेघा पटैरिया, विकास नाग, संगीता दुबे, मनीषा जोशी ने सरोज त्रिपाठी को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। सोमवार को दोपहर बाद मीरा रोड के श्मशान में सरोज त्रिपाठी का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

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