मुंबई. पद से हटने के बाद भी महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में घिरे अनिल देशमुख के नागपुर और मुंबई स्थित घरों में प्रवर्तन निदेशालय की टीमों ने छापेमारी की है। उनके नागपुर स्थित घर पर शुक्रवार को सुबह ही ईडी की टीम छापेमारी को पहुंच गई थी। वहीं एक टीम कुछ देर बाद उनके मुंबई के वर्ली इलाके में स्थित घर पर रेड के लिए पहुंची।केंद्रीय एजेंसी ने अनिल देशमुख के खिलाफ इस साल मई महीने में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मामला दर्ज किया था।
हालांकि, ईडी की इस छापेमारी में क्या-क्या मिला है, अब तक इसकी डिटेल सामने नहीं आई है, मगर माना जा रहा है कि देशमुख से इस मामले में पूछताछ की जा सकती है। इससे पहले ईडी ने गुरुवार को डीसीपी राजू भुजबल का बयान दर्ज किया था। अप्रैल में सीबीआई ने मामले के सिलसिले में देशमुख के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उनके चार परिसरों पर छापेमारी की थी।
गौरतलब है कि सचिन वाझे मामले में इसी साल मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। आरोपों के बाद अनिल देशमुख ने पद से इस्तीफा दे दिया था।
Maharashtra: Enforcement Directorate (ED) raids former Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh's residence in Nagpur, in connection with an alleged money laundering case.
— ANI (@ANI) June 25, 2021
Visuals from outside his residence. pic.twitter.com/PD69rBSOsv
देशमुख के घर छापेमारी से पहले ईडी की टीम शिवाजी नगर स्थित सागर भटेवार के आवास और दफ्तर समेत कम से कम तीन जगहों पर छापेमारी कर चुकी है। समझा जाता है कि भटेवार का देशमुख के साथ कुछ वित्तीय लेन-देन था। यह पता चला है कि नागपुर में देशमुख के तीन करीबी सहयोगी ईडी के रडार पर आ गए थे, जब उनके बैंक के लेन-देन ने उन्हें एनसीपी नेता और उनके परिवार से जोड़ दिया था।
अनिल देशमुख को किन आरोपों में देना पड़ा था इस्तीफा
मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने आरोप लगाया था कि देशमुख ने बर्खास्त सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाझे और अन्य पुलिसकर्मियों को बार मालिकों से 100 करोड़ रुपये का टारगेट दिया था। सीबीआई ने पिछले महीने देशमुख के सिविल लाइंस आवास पर छापा मारा था और कुछ नकदी के साथ कई दस्तावेज जब्त किए थे।
0 Comments