समाज विरोधी अनोप मंडल के विरुद्ध सहयोग देने वालों का आभार - उत्तम जैन |Khabare Purvanchal

मुंबई। राकांपा नेता तथा वरिष्ठ समाजसेवी उत्तम आर जैन ने उन सभी धर्मप्रेमियों तथा सामाजिक-धार्मिक संगठनों का आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने असामाजिक और अराजक गतिविधियों में संलिप्त अनोप मंडल के समाज विरोधी कृत्यों के विरुद्ध अपना विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि अनोप मंडल पिछले कई वर्षों से जैन साधु-साध्वियों समेत समस्त हिंदू धर्म-संस्कृति के खिलाफ असामाजिक कृत्यों को जारी रखते हुए नफरत पैदा करने का अभियान जारी रखा है, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी हुई है। लिहाजा देश के सभी धर्मों एवं संस्कृति के लोगों ने अनोप मंडल के ऐसे कृत्यों का पुरजोर विरोध करते हुए अपनी भावनाएं व्यक्त की हैं। जिसमें विश्व हिंदू परिषद, राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ व सनातन धर्म के अन्य योद्धाओ ने जैन धर्म व समाज के योगदान को प्रस्तुत किया है।
 उत्तम आर जैन ने कहा कि श्री विक्रम सिंहजी भाटी (सूरत), विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष श्री अजित सिंहजी पवार, रावण राजपूत समाज के अध्यक्ष श्री मधुजी शर्मा, भीनमाल से माली समाज के अध्यक्ष श्री कपूरजी माली, पाली से राजपुरोहित समाज के श्री गजेंद्र सिंहजी राजपुरोहित इन सभी का जैन समाज आभार व्यक्त करता है। उन्होंने कहा कि असामाजिक गतिविधियों में संलिप्त अनोप मंडल के चंद मुट्ठीभर लोग जैन समाज व धर्म के विरोध में सक्रिय रह समाज व भारत की संस्कृति को लंबे समय से कुचलने का कार्य कर रहे हैं। जैन समाज अहिंसा व कर्मवाद के मार्ग पर चलने वाला समाज होने के कारण नफरत के बीज बोने वालों पर भी मैत्री के भाव हमेशा से रखे हुए है। जैन समाज ने अकाल, अतिवृष्टि व राष्ट्र के विषम परिस्थितियों में परिश्रम से अर्जित 
संपूर्ण दौलत को समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि
गांव, कस्बे व शहरों में अस्पताल, स्कूल, आश्रम, पांजरापोल का निर्माण करके जीवदया व मानवसेवा की ज्योत को प्रज्वलित करने का कार्य इस समाज ने किया है। जैन समाज ने जाति-धर्म से ऊपर उठकर
सेवा को अपना लक्ष्य रखा, फिर भी अनोप मंडल ने समाज व राष्ट्र को तोड़ने के जिस कार्य को अंजाम देने की सारी सीमाओं को लांघ दिया, उसका राष्ट्रीय स्तर पर मीडिया ने पर्दाफाश करने में भरपूर सहयोग दिया है। संपूर्ण जैन समाज के दर्द को समझ कर मुंबई में
शिवसेना सहित राजस्थान के लगभग सभी समाज ने अनोप मंडल को मुंहतोड़ जवाब दिया है, तथा जैन समाज की भावनाओं का सम्मान किया है। उत्तम आर जैन ने कहा कि जैन धर्म तथा समाज के सम्मान की रक्षा के लिए सहयोग देने वाले सभी समाज के महानुभावों तथा संगठनों का हम आभार व धन्यवाद व्यक्त करते हैं।

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