पंजाब की आपसी कलह में कांग्रेस को एक और झटका, अश्वनी सेखड़ी अकाली दल में हो सकते हैं शामिल | Khabare Purvanchal

नई दिल्ली. पंजाब में चल रही आपसी कलह के बीच कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। ऐसा कहा जा रहा है कि बटाला के सीनियर कांग्रेस नेता और पूर्व पर्यटन मंत्री अश्वनी सेखड़ी शिरोमणी अकाली दल में शामिल हो सकते हैं। इसस पहले पार्टी के ओबीसी नेता हंस राज जोशन और एक हिंदू नेता डॉ मोहिंदर रिनवा पहले ही अकाली दल में शामिल हो चुके हैं। सेखड़ी के अकाली दल में शामिल होने की खबर ने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को झकझोर के रख दिया है। हालांकि पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कथित तौर पर सेखड़ी से बात की है और पार्टी न छोड़कर जाने के लिए कहा है।

अनदेखी से नाराज

डॉ राज कुमार वेरका और मंत्री सुंदर श्याम अरोड़ा ने भी सेखड़ी से बात करने की कोशिश की लेकिन बटाला के पूर्व विधायक सेखड़ी ने कॉल का जवाब नहीं दिया। लेकिन उनके करीबी सूत्रों ने कहा कि जब से कांग्रेस की सरकार बनी है, तब से उनकी अनदेखी और राजनीतिक रूप से हाशिए पर जाने से वह नाराज हैं।

वहीं दूसरी ओर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सेखड़ी की पार्टी छोड़ने की खबरों को खारिज किया है। उन्होंने कहा कि सेखड़ी के पार्टी छोड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता है। सीएम ने कहा, आज उनसे बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी सभी चिंताओं का समाधान किया जाएगा।  सेखड़ी एक पक्के कांग्रेसी हैं, जिन्होंने अपना पूरा जीवन पार्टी के साथ बिताया।



अकाली दल को फायदा

पंजाब कांग्रेस में चल रही कलह का फायदा उठाते हुए अकाली दल लगातार हिंदू और ओबीसी नेताओं की तलाश में हैं जिनका साढ़े चार सालों में राजनीतिक विकास नहीं हुआ है।  कांग्रेसी नेताओं की बेचैनी को भांपते हुए अकाली दल अपना उल्लू सीधा कर रहा है।

कांग्रेस के लिए बड़ी मुश्किल

पंजाब में काग्रेस की हालत खराब होती दिखाई दे रही है। आपसी कलह से जूझ रही कांग्रेस के  नेता अब पार्टी छोड़कर जा रहे हैं जिससे पार्टी को बड़ा नुकसान हो सकता है। राहुल गांधी खुद कांग्रेस के नेताओं से बात कर रहे हैं। ऐसे में अश्वनी सेखड़ी का पार्टी छोड़कर जाना कांग्रेस के लिए अच्छा संकेत नहीं है। सेखड़ी के बाद दूसरे असंतुष्ट नेता भी ऐसे कदम उठा सकते हैं।

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