गुरुग्राम. दिल्ली से सटे गुरुग्राम में सोमवार से विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) और स्वास्थ्य विभाग टीका नहीं लगवाने वालों की पहचान के लिए घर-घर जाकर सर्वे शुरू करेगा। सर्वे में स्वास्थ्यकर्मी लोगों से वैक्सीन के बारे में जानकारी हासिल करेंगे। उसके बाद यह पता किया जाएगा कि जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है, उसके पीछे का कारण क्या है। सर्वे लगभग छह महीने में पूरा होगा। उसके बाद सही कारणों का पता चल पाएगा। सोमवार से यह सर्वे हरियाणा के हर जिले में शुरू होगा।
डब्लूएचओ में कार्यरत डॉक्टर बिंदु यादव ने बताया कि सोमवार से सर्वे शुरू किया जाएगा। सर्वे में जिले के हर इलाके को शामिल किया जाएगा। शहरी क्षेत्र के सेक्टर, कॉलोनी और स्लम क्षेत्र शामिल होगा। इसके अलावा गांव में भी जाकर परिवार से बात की जाएगी। उन्होंने बताया कि वह रैंडम तरीके से स्वास्थ्यकर्मी हर गांव, सेक्टर, स्लम और कॉलोनियों में परिवारों के घर पर जाएंगे। घर में कितने लोगों को वैक्सीन लगी है और उन्होंने वैक्सीन कब लगवाई थी। कितने परिवार के सदस्यों ने वैक्सीन नहीं लगवाई और वैक्सीन नहीं लगवाने का क्या कारण है। इसके अलावा परिवार के सदस्यों ने दूसरी डोज लगवाई है या नहीं। वैक्सीन लगवाने के बाद उनको कोई दिक्कत हुई थी या नहीं। यह सवाल सर्वे के दौरान परिवार के सदस्यों से स्वास्थ्यकर्मी पूछेंगे।
छह महीने में पूरा होगा सर्वे
डॉ. बिंदु यादव ने बताया कि सर्वे पूरा होने में छह महीने का समय लगेगा। छह महीने बाद ही साफ हो पाएगा वैक्सीन नहीं लगवाने के पीछे मुख्य कारण क्या है। हालांकि, उन्होंने बताया कि सर्वे के दौरान वह गांव,सेक्टर, स्लम और कॉलोनियों में रैंडम दस से 50 तक घरों का चयन करेंगे। उन घरों में जाकर वैक्सीन के बारे में उनसे पूछा जाएगा और लगभग एक परिवार से स्वास्थ्यकर्मी आठ से दस सवाल पूछेंगे। उसका पूरा रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा। हालांकि, डब्लूएचओ पहले भी जिले में कई तरह के सर्वे कर चुका है। वहीं उन्होंने बताया कि सर्वे के दौरान अगर कोई वैक्सीन लगवाना चाहता है तो उसको वैक्सीन भी लगवाई जाएगी।
गुरुग्राम जिला वैक्सीन लगवाने में सबसे अव्वल
स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड अनुसार जिले में अब तक 8.50 लाख को वैक्सीन का टीका लग चुका है। प्रदेश में गुरुग्राम जिला वैक्सीन लगवाने में सबसे अव्वल है। वैक्सीन के 40 से 90 तक केंद्रों पर रोजाना कैंप का आयोजन होता है। इसके अलावा लोगों की सहूलियत के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से ड्राइव थ्रू का भी आयोजन किया गया।
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