नशा पाप की जड़ है स्वास्थ्य सामाजिक व आर्थिक तीनों लिहाज से ठीक नहीं है नशा । ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री
राष्ट्रीय नशामुक्ति एवं पुनर्वास समित के सदस्य ने किया ज्योतिषाचार्य अतुल शास्त्री का सम्मान
मुंबई। देश के भविष्य युवाओं को नशा मुक्ति के साथ सही राह पर चलने से ही होगा समाज, परिवार व राष्ट्र का विकास।
यह बात ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री ने राष्ट्रीय नशा मुक्ति एवं पुनर्वसन समित, भारत सरकार के सदस्य सुमित सिंह जी से एक मुलाकात के दौरान कही। अतुल जी ने कहा कि सुमित जैसे युवा समाज में फैल रहे इस लत को लेकर जिस प्रकार से चिंतित हैं यह युवा पीढ़ी के लिए गर्व की बात है। अतुल शास्त्री ने कहा कि नशे के सेवन से शारीरिक, मानसिक व आर्थिक हानि होती है। नशा पाप की जड़ है, इससे परिवार बर्बाद हो जाते हैं। नशा करने वाला व्यक्ति परिवार के लिए बोझ बन जाता है और नशे के कारण अपराध की ओर अग्रसर हो जाता है। बच्चे, बुजुर्ग और युवाओं में नशे की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। समाज की भलाई के लिए नशा रोकना आवश्यक है।
द सेंट्रल मुंबई दैनिक अखबार के केंद्रीय कार्यालय में संपादिका मोहनी गमरे तथा ज्योतिष जगत के विख्यात ज्योतिषाचार्य पण्डित अतुल शास्त्री जी के साथ एक सदिच्छा भेंट के दौरान काशियाना फाउंडेशन के संस्थापक एवं राष्ट्रीय नशामुक्ति एवं पुनर्वास समिति भारत सरकार के सदस्य सुमित सिंह जी से नशा मुक्ति व इसके दुष्परिणाम को लेकर सार्थक चर्चा हुई। इस दौरान उत्तर प्रदेश से महाराष्ट्र तक अपनी ज्योतिष विद्या का परचम लहरा रहे ज्योतिषाचार्य पंडित अतुल शास्त्री जी का सुमित सिंह जी ने सम्मान किया।
इस दौरान पूर्वांचल से यात्रा प्रारंभ करके जिस प्रकार से भारत को नशा मुक्त अभियान चला रहे सुमित सिंह का अंगवस्त्रम, रुद्राक्ष एवं स्मृति चिन्ह देकर पंडित अतुल शास्त्री ने स्वागत किया। साथ ही इस दौरान आगामी नशामुक्त भारत अभियान के तहत नशामुक्त भारत यात्रा पर भी चर्चा हुई।
इस मौके पर सुमित सिंह जी के साथ प्रवीण तिवारी महामंत्री विष्णु तिवारी ज्योतिष सेवा केन्द्र के प्रचारक कन्हैया भारती जी भी उपस्थित थे। काशियाना फाउंडेशन के संस्थापक एवं राष्ट्रीय नशामुक्ति एवं पुनर्वास समिति भारत सरकार के सदस्य सुमित सिंह ने बताया कि विगत 6 वर्षों से हमारी संस्था ने पूरे भारतवर्ष में लगातार देश को नशा मुक्त करने का जो बीड़ा उठाया है, उसके लिए हम अपनी पूरी ऊर्जा से कार्य कर रहे हैं। इसी कड़ी में मैं अभी देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (महराष्ट्र) के दौरे पर हूँ। आज महराज श्री से मिलकर एवं सम्मानित हो कर अपने आप को सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं
आगे सुमित सिंह बताते हैं कि आगे नशामुक्त भारत यात्रा को लेकर भी हमारी तैयारी चल रही है|
महात्मा बुद्ध के पंचशील सिद्धांतों में उनका पहला सिद्धांत है हिंसा न करना, दूसरा झूठ न बोलना, तीसरा चोरी न करना, चौथा व्यभिचार न करना और पाँचवाँ तथा मुख्य सिद्धांत महात्मा बुद्ध का था देश को नशा मुक्ति की ओर ले जाने का। यह संकल्प उन्होंने 2500 साल पहले दिया था। उनके इन्हीं सिद्धांतों को आगे बढ़ाते हुए महात्मा गांधी जी ने 1917 में चंपारण में अलख जगाते हुए कहा था कि अब देश को नशा मुक्त करने की ज़रूरत है क्योंकि नशा मुक्ति से ही होगी स्वच्छता की युक्ति। इसी तरह 2014 के मन की बात में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी भारत वासियों से नशा मुक्त होने के लिए आग्रह किया था। विषेध रूप से उन्होंने युवाओं से यह विशेष आग्रह किया था कि अब युवाओं को नशा मुक्त होने की ज़रूरत है।
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