राज्य का पहला ई-ऑफिस कार्य प्रणाली बना मी-भा-व-वि-आयुक्तालय : पुलिस आयुक्त सदानंद दाते

 

मीरा-भायंदर, वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय वर्ष-2021 का वार्षिक रिपोर्ट वीडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से पुलिस आयुक्त दाते ने प्रस्तुत किया

वसई: मीरा-भायंदर, वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय वर्ष 2021 का वार्षिक रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर सदानंद दाते द्वारा वीडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से प्रस्तुत किया गया| इस अवसर दाते ने बताया की नागरिकों और उससे जुड़ी समस्याओं के निवारण के लिए मि-भा-व-वि-आयुक्तालय में राज्य का पहला ई-ऑफिस कार्य प्रणाली प्रारंभ किया गया है| कोविड-19 प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए दाते की ओर से तीनों परिमंडल में उक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत मीरा रोड परिमंडल-1, पुलिस उपायुक्तालय कार्यालय, वसई पश्चिम परिमंडल-2 ड्रीम अरेना, स्टेला पेट्रोलपंप के आगे, ओपल सालिटेअर बिल्डिंग के सामने दोस्ती स्टेला और विरार पूर्व मनवेलपाडा पुलिस उपायुक्त परिमंडल-3 आदि में 24 जनवरी की सुबह 11:00 बजे पुलिस आयुक्त सदानंद दाते द्वारा वीडियों कांफ्रेसिंग से आयुक्तालय के सभी पुलिस स्टेशन अंतर्गत संबंधित मामलों का वर्ष-2021की जानकारी दी गयी|
ज्ञात हो कि क्षेत्र में बढ़ती जनसंख्या और बढ़ते अपराधिक घटनाओं की रोकथाम के लिए 7 जुलाई, 2021 को पुलिस महासंचालक के हाथों नये मी.भा-व-वि- पुलिस आयुक्तालय का शुभारंभ किया गया। इसके तहत 3 पुलिस उपायुक्त कार्यालय, 4 सहायक पुलिस आयुक्त और 2 नए पुलिस स्टेशन की स्थापना की गयी। वही वर्ष 2021 में कुल 10,495 आपराधिक मामले दर्ज किये गए| 12,633 अपराधों का निपटारा किया गया। आयुक्तालय की ओर से प्रस्तुत आपराधिक मामलों के आंकड़े और निपटारा किये गए मामलों के अंतर को लेकर स्पष्टीकरण देते हुए कहा गया कि आयुक्तालय स्थापना के पहले के आंकड़ों की संख्या को वर्ष 2021 की प्रस्तुत रिपोर्ट में निपटारा मामले में शामिल किया गया है। इसी प्रकार 40,909 शिकायतें दर्ज की गयी और 3021 मामलों में माल बरामद किया गया| वही आयुक्तालय क्षेत्र में आपराधिक मामलों के खुलासे में 8 प्रतिशत की वृद्धी हुई है| मीरा-भायंदर, वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में नागरिकों की सुविधाओं और मामलों के निपटारों के लिए पुलिस आयुक्त सदानंद दाते की ओर से महाराष्ट्र राज्य में प्रथम ई-ऑफिस कार्य प्रणाली का शुभारंभ भी किया गया| साथ ही आयुक्त की ओर से कई सेल (विभाग) का निर्माण किया गया, जिनमें मनुष्यवध तपास पथक (मनुष्य हत्या जाँच टीम), भरोसा सेल और इसी तरह बालक व महिला शोध कक्ष की नयी शुरुआत की गयी। जांच और निवारण प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए पुलिस आयुक्तालय की जानकारी को नागरिकों तक पहुँचाने सहित नागरिकों की समस्या, विभाग के नयी योजना, अपराधी विषयों आदि की जानकारी के लिए मीरा-भायंदर, वसई-विरार पुलिस की ओर से स्वतंत्र वेबसाईट शुरू की गयी| 


पुलिस आयुक्त सदानंद दाते द्वारा वीडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से वर्ष 2021 में पुलिस विभाग की उपलब्धियों की जानकारी दी गयी| उन्होंने बताया कि जनवरी में विभाग की ओर समाज में नशा मुक्ति जनजागृति अभियान के तहत सायकल रैली का आयोजन किया गया।फ़रवरी माह में पुलिस महासंचालक से मुलाकात और पुलिस नियंत्रण कक्ष का उद्द्घाटन किया गया| मार्च माह में असहाय वृद्धों के साथ आनंद दिवस के रूप में उत्सव व विविध कार्यक्रमों का आयोजन सहित प्रवीण दवने से मुलाकात| अप्रैल माह में ग्रीन कोरिडोर मुहीम| मई माह में लापता छानबीन और हत्या के मामलों का खुलासा तथा पासपोर्ट शाखा का उद्दघाटन| जून माह में डकैती और घर चोरी करने वाले गिरोह की हथियार के साथ गिरफ्तारी| जुलाई माह में पुलिस महासंचालक से मुलाकात, पुलिस उपायुक्त अपराध व परिमंडल-1 कार्यालय का उद्दघाटन| अगस्त माह में साक्षी ज्वेलर्स हत्या मामले की जाँच और मामले का पर्दाफाश| सितंबर माह में प्यार में धोखा व आत्महत्या करने गयी युवती को पुलिस ने बचाया| वही वसई मतिमंद युवती से बलात्कार के आरोपी को गिरफ्तार किया| अक्टूबर माह में अचोले व पेल्हार पुलिस स्टेशन का उद्दघाटन। नवंबर माह में मादक पदार्थ मुहीम रखा गया और वर्ष भर में 917 मादक पदार्थ के खिलाफ कार्रवाई किया गया| दिसंबर माह में विभाग की ओर आपराधिक घटनाओं की जाँच व छानबीन मामले में 82 प्रतिशत की वृद्धी हुई| इस दौरान आयुक्तालय की संरचना पर प्रकाश डालते हुए पुलिस आयुक्त सदानंद दाते ने बताया कि पुलिस आयुक्त, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त और पुलिस उपायुक्त (मुख्य कार्यालय) के तहत सहायक पुलिस आयुक्त (मुख्य कार्यालय), सहायक पुलिस आयुक्त (एसबी), सहायक पुलिस आयुक्त (कंट्रोल), सहायक पुलिस आयुक्त ट्रैफिक (1- काशिमिरा ट्रैफिक शाखा, 2- वसई ट्रैफिक शाखा, 3- विरार ट्रैफिक शाखा)| इसी तरह पुलिस उपायुक्त (अपराध) में सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध), जिसके तहत crime detection & prevention, ATC, AHTC, ANC, Cyber Cell, Homicide Unit और Bharosa Cell आते हैं| वही सहायक पुलिस उपायुक्त (ईओडब्ल्यू) में Housing, MPID, Banking/ sales Tax और General Cheating को रखा गया है| दूसरी ओर पुलिस उपायुक्त को तीन जोन में बाटा गया है, जिसमें मीरा रोड, भायंदर और नवघर पुलिस स्टेशन को जोन-1, वसई - तुलिंज पुलिस स्टेशन को जोन-2 और विरार , नालासोपारा , अर्नाला, पेल्हार, मांडवी और बोलिंज पुलिस स्टेशन को जोन-3 में विभाजित किया गया है| प्रत्येक जोन का एक पुलिस उपायुक्त और प्रत्येक उपायुक्त के तहत सहायक पुलिस उपायुक्तों की नियुक्ति की गयी है, जिनमें जोन-1 में तीन सहायक उपायुक्त की नियुक्ति है, जबकि जोन-2 और जोन-3 में दो - दो सहायक पुलिस आयुक्त की नियुक्त किये गए हैं| इसी तरह मीरा-भायंदर, वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में वर्ष 2021 में नये उपक्रम का शुभारंभ किया गया, जिसमें पुलिस महासंचालक के हाथों राज्य का पहला ई-ऑफिस कार्यालय का उद्द्घाटन।डायल 112 का भी 16 अगस्त 2021 को उद्द्घाटन किया गया, इसके तहत अब तक कुल 5711फोन आ चुके है, जिसका परिणाम मात्र 15 से 20 मिनट में मिल जाता है।2 नवंबर, 2021 को भरोसा सेल का उद्द्घाटन किया गया, जिसके तहत महिला व वरिष्ठ नागरिकों के शिकायत को प्राथमिकता दी जाती है, जिसमें अब तक कुल 36 मामलों को हल किया गया है| पुलिस अधिकारीयों व कर्मचारियों की अनियमित ड्यूटी व खान-पान को प्राथमिकता देते हुए आयुक्तालय की ओर से 8 दिसंबर 2021 को रेस्टोरेंट का उद्द्घाटन पुलिस आयुक्त सदानंद दाते हाथों किया गया। नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए आयुक्तालय के सभी शहरी भागों में अधिक से अधिक क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरा लगाने का लक्ष्य रखा गया| क्षेत्र के नागरिकों से सड़कों की ओर एक कैमरा लगाने का विभाग की ओर से आह्वान भी किया जा रहा है| अब तक कुल 5216 सीसीटीवी कैमरा लोगों के सहयोग से विभिन्न क्षेत्रों में लगाया गया है| 8 फरवरी 2021 स्थापना की गयी| आयुक्तालय क्षेत्र में लापता बालक और महिलाओं की खोज व छानबीन को ध्यान में रखते हुए बालक व महिला शोध कक्ष की स्थापना की गयी है| इसी तरह नागरिकों में भय के प्रति जागरूकता और दहशतवाद को दूर करने के लिए पुलिस स्टेशन की ओर से दहशतवाद विरोधी कक्ष का निर्माण किया गया है| क्षेत्र में हो रही हत्या जैसी जघन्य घटना और दोषियों की छानबीन के लिए 1 अक्तूबर 2021 को विभाग की ओर से मनुष्यवध तपास पथक की स्थापना की गयी| कोविड-19 के बढ़ते प्रभाव व सावधानियों को लेकर पुलिस आयुक्तालय की ओर नागरिकों से ई-विजिट उपक्रम की शुरुआत की गयी है| वही पुलिस आयुक्त सदानंद दाते की ओर से पुलिस उपायुक्त और सहायक पुलिस आयुक्त द्वारा किये गये कार्यों व गुणवक्ता का मासिक समीक्षा में सुधार आने की बात कही गयी है|

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