कोरोना को दावत देता बविआ पुरस्कृत जेडीएस क्रिकेट क्लब

२० – २० क्रिकेट श्रुंखला : आयोजक और खिलाडियों के चेहरे नदारद रहा मास्क जमकर उड़ाई गयी कोविड-१९ प्रोटोकाल की धज्जियां विरार, देश और राज्य में जहां कोरोना महामारी तेजी से फ़ैल रही है और सरकारें सहित एक्सपर्ट नित नयी चेतावनी दे रहे है| कोविड-१९ प्रोटोकाल को पालन के लिए सरकारे सख्ती बरतती दिखाई दे रही हैं वही पालिका क्षेत्र में बविआ पुरस्कृत जेडीएस क्रिकेट क्लब द्वारा आयोजित २०-२० क्रिकेट श्रुंखला कोरोना को दावत देता दिखाई दे रहा है| उक्त आयोजन में आयोजककर्ताओं और खिलाड़ियों के चेहरे मास्क नदारद दिखाई दे रहा था| आलम यह है कि सैकड़ों की संख्या में उपस्थित क्रिकेटप्रेमियों के भी चेहरे पर मास्क नहीं दिखाई दे रहा था| गौरतलब है कि वसई-विरार शहर महानगर पालिका क्षेत्र में कोरोना ने कोहराम मचाया हुआ है| 

पालिका क्षेत्र में कोरोना के नित नये आकड़ें चौकाने वाले आ रहे हैं| मनपा, पालिका परिवहन और पुलिस विभाग मास्क को लेकर सतर्क मोड में हैं| और इसके पालन को लेकर नागरिकों के चालान भी काटे जा रहे हैं| सावर्जनिक कार्यक्रमों, रैलियों, सभाओं, बैठकों और विभिन्न आयोजनों को लेकर कड़े निर्देश भी शासन व प्रशासन की ओर से जारी किये गए हैं| इसके बावजूद विरार पूर्व स्थित गोपचरपाडा में बवीआ पुरुस्कृत जेडीएस क्रिकेट क्लब द्वारा एक दिवसीय २० – २० क्रिकेट श्रुंखला आयोजन किया गया| एक दिवसीय २० – २० क्रिकेट श्रुंखला का आयोजन बविआ के पूर्व नगर सेवक अकरम शेख और जीनत अकरम शेख द्वारा किया गया था| इस बीच किसी के चेहरे मास्क नहीं दिखाई दिया, जबकि कोरोना महामारी अपने चर्मोत्सकर्ष पर है| इस श्रुंखला में भाग लेने वाले प्रतिभागी क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों और उपस्थित हजारों की संख्या में दर्शक क्रिकेट का आनंद लेते दिखाई दिए, लेकिन इस दौरान किसी के चेहरे मास्क नहीं दिखाई दिया| इनके द्वारा खुलेआम कोविड-१९ प्रोटोकाल का जमकर मजाक उड़ाया जा रहा था| यही नहीं एक दिवसीय २० – २० क्रिकेट श्रुंखला के आयोजको द्वारा भी इस बीच कोरोना के किसी भी नियम का पालन किया जा रहा था| इस क्रिकेट टूर्नामेंट क्षेत्र के कई जिम्मेदार बविआ के पूर्व नगर सेवक भी उपस्थिति हुए थे| स्वयं आयोजकों के चेहरे से भी मास्क नदारद दिखाई दे रहा था| मनपा क्षेत्र में यह एक चर्चा का विषय बना हुआ है कि जब जिम्मेदार जनसेवक ही कोविड-१९ नियमों की खिल्लियां उड़ायेंगे तो रोज कमाने और खाने वाली आमजनमानस से क्या उम्मीद की जायेगी।

Post a Comment

0 Comments