मधुमास की बेला पर राष्ट्रीय नव साहित्य कुंभ मंच हुआ सुशोभित


मुंबई।  सामाजिक सांस्कृतिक संस्था राष्ट्रीय नव साहित्य कुंभ (रजि) के तत्वाधान में रविवार दिनांक 20 फरवरी 2022 रात्रि 8:00 बजे से मधुमास की पावन बेला पर देश के उत्कृष्ट साहित्यकारों की उपस्थिति में सुमधुर गीतों ग़ज़लों से मंच सुशोभित हुआ। जिसकी अध्यक्षता अनिल कुमार राही (सह-संस्थापक/राष्ट्रीय अध्यक्ष) एवं मुख्य अतिथि के रूप में संस्थापक रामस्वरूप प्रीतम श्रावस्तवी उपस्थित थे। पूरे कार्यक्रम का संचालन मुंबई के उत्कृष्ट व्यंग्य साहित्यकार सत्यदेव विजय ने बेहतरीन ढंग से किया।आमंत्रित साहित्यकारों में उधम सिंह नगर उत्तराखंड से रूपचंद्र शास्त्री मयंक,अहमदाबाद गुजरात से आदरणीया निजता चतुर्वेदी,बिलासपुर छत्तीसगढ़ से उषा श्रीवास्तव वत्स, बुंदेलखंड उत्तर प्रदेश से अनिल कुमार निश्चल एवं सोनभद्र उत्तर प्रदेश से शिवनारायण शिव मुख्य रूप से उपस्थित थे। संस्था के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी विनय शर्मा दीप ने बताया कि उपस्थित सभी साहित्यकारों ने बसंत ऋतु, मधुमास एवं होली के शुभ आगमन पर खूब फुहारे छोड़ें। मंच से जुड़कर श्रोता के रूप में उपस्थित साहित्यकारों ने खूब आनंद लिया और अंत में संचालन कर रहे संस्था के उपाध्यक्ष सत्यदेव विजय ने उपस्थित सभी साहित्यकारों का आभार व्यक्त करते हुए संस्था द्वारा दिए गए सम्मान पत्र से सम्मानित करते हुए हैं कार्यक्रम का समापन किया।

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