महाराष्ट्र के स्कूलों में भी बच्चों को पढ़ाई जाय भगवद्गीता–मंगलप्रभात लोढ़ा


मुंबई। मुंबई भाजपा के अध्यक्ष व विधायक श्री मंगलप्रभात लोढा ने विधानसभा में मांग की कि महाराष्ट्र सरकार को चाहिए कि वह स्कूलों में भगवद्गीता को पढ़ाने का आदेश दे। लोढा ने कहा कि भगवद्गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है, अपितु जीवन का सार है।विधानसभा में मंगलप्रभात लोढा ने पॉइंट ऑफ इन्फॉर्मेशन के तहत शिक्षा मंत्री के बयान का हवाला दिया और कहा कि शिक्षा मंत्री ने बयान दिया है कि सरकार शिक्षण व्यवस्था के अंतर्गत कुछ अध्याय में परिवर्तन करने जा रही है। सरकार से निवेदन करते हुए लोढा ने सवाल किया कि श्रीमद्भगवद्गीता को शिक्षा व्यवस्था में शामिल किया जानेवाला है क्या? उन्होंने कहा कि श्रीमद्भगवद्गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है बल्कि इसमें जीवन का सार है। भारत भर में श्रीमद्भगवद्गीता को शिक्षा में शामिल किया जा रहा है। लोढा ने सदन में मांग की कि पाठ्यक्रम में श्रीमद्भगवद्गीता को शामिल किया जाय। ज्ञात हो कि कई राज्य सरकारें स्कूली पाठ्यक्रम में श्रीमद्भगवद्गीता को शामिल करने के पक्ष में हैं। गुजरात सरकार घोषणा कर चुकी है कि शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से राज्य में कक्षा छठी से बारहवीं के लिए भगवद्गीता स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा होगी। वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भगवद्गीता को नैतिक मूल्य प्रदान करनेवाला ग्रंथ बताते हुए सकारात्मक संकेत दिए हैं।
बता दें कि गीता पर दुनियाभर की भाषाओं में सबसे ज्यादा भाष्य, टीका, व्याख्या, टिप्पणी, निबंध, शोध ग्रंथ आदि लिखे गए हैं।

Post a Comment

0 Comments