मुंबई /नई दिल्ली । उत्तर मुंबई के प्रभावशाली भाजपा नेता तथा सांसद गोपाल शेट्टी के संसदीय कार्यकाल में एक और सुनहरा पन्ना लिखा गया है। गोपाल शेट्टी को भारत सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा १५ मार्च २०२२ के एक परिपत्र के माध्यम से हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य पद पर मनोनित किया गया है। मूलतः दक्षिण भारतीय समाज से आते हुए भी सांसद गोपाल शेट्टी अनेक भारतीय भाषा से प्रेम एवम संवेदना रखते हैं। साथ ही बोल चाल में मराठी गुजराती हिंदी अंग्रेजी भाषाओं का इस्तेमाल बखूबी करते हैं यह उनकी विशेषता है। महाराष्ट्र की जनता ने सांसद गोपाल शेट्टी को लगातार तीस वर्षों से अथाह स्नेह प्रेम और आशिर्वाद देकर भिन्न भिन्न जनप्रतिनिधि पद पर चुनकर भेजा है। ऐसे में सां.शेट्टी अपनी पूर्ण निष्ठा से मराठी भाषा को राजभाषा का अभिजात भाषा का दर्ज़ा देने के लिए सतत प्रयत्न एवम् पत्राचार कर रहे हैं। २०१७ के संसदीय कार्यकाल में मराठी भाषा को अभिजात भाषा का दर्जा देने हेतू सांसद शेट्टी ने लोकसभा में मुद्दा रखा एवम् पत्र लिखा था। तब से आज तक इस विषय पर सतत प्रयास जारी हैं ।
इस प्रकार भाषा प्रेम के लिए उनके योगदान को देखते हुए भारत सरकार के श्रम एवम् रोजगार मंत्रालय द्वारा हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य जैसे अहम पद पर नियुक्त किया गया है। हिंदी सलाहकार समिति के अंतर्गत भारत के संविधान में राजभाषा संबंधित प्रावधान, राजभाषा अधिनियम तथा इसके अंतर्गत बनाए गए नियमों, केंद्रीय हिंदी समिति के निर्णयों तथा राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय द्वारा जारी अनुदेशों के कार्यान्वयन की समीक्षा तथा श्रम एवम् रोजगार मंत्रालय और इसके संबंध/अधिनस्थ/स्वायत्त कार्यालय के कामकाज में हिंदी के प्रगामी प्रयोग को बढ़ाने के बारे में सलाह देनी होगी ।सांसद गोपाल शेट्टी ने इस अवसर पर हिंदी सलाहकार समिति के कार्यभार को पूर्ण न्याय देने की बात कहते हुए भारत सरकार एवम् श्रम रोजगार मंत्रालय का आभार व्यक्त किया है।
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