पुरवठा विभाग में निरीक्षक के रूप में आवंटित कराई है कई बोगस सरकारी दुकानें
मुकणे की जांच कर कार्रवाई किये जाने की अपील
वसई (सवांददाता) पाप का घड़ा ना भी छ्लके किंतु फुटता जरूर है और परत दर परत का पाप स्वयमेव बाहर निकलने लगता है। यह तथ्य वसई तहसील में नायब तहसीलदार के पद पर नियुक्त प्रदीप मुकणे की काली करतूतों पर बिलकुल फिट बैठता है, कि अपनी अब तक की महसूल विभाग में की गई काली कमाई के बल पर उसने लाखों करोड़ों की माया बटोरी है। साथ ही बोगस लीविंग सर्टिफिकेट के आधार पर महसूल विभाग को धोखा देकर उसने नौकरी पाई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अपने लीविंग सर्टिफिकेट के माध्यम से महसूल विभाग में नौकरी हासिल की है, जिसकी शिकायत एक जागरूक नागरिक ने 11 दिसंबर 2021 को राज्य सरकार के पोर्टल पर ऑनलाइन की थी, जिसके संदर्भ में कारवाई करते हुए जिलाधिकारी - पालघर ने 21जनवरी 2022 को प्रांतधिकारी वसई को लिखित आदेश जारी कर मुकणे के सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जाँच कर जिलाधिकारी को रिपोर्ट करने को कहा था। किन्तु आश्चर्य की बात है कि प्रांतधिकारी वसई ने उक्त संबंध में कोई रिपोर्ट जिलाधिकारी कार्यालय में नहीं प्रेषित की है।
शिकायती पत्र के अनुसार मुकणे को जालसाजी का मास्टर माइंड कहा जाता है। वसई के ही पुरवठा विभाग में निरीक्षक के पद पर मुकणे ने कई काले कारनामे किये हैं। कमाई की लालच में बोगस नाम से सरकारी धान्य वितरण की दुकाने आबंटित करा कर सस्तो दर का लोगों के लिये सरकार द्वारा उपलब्ध कराया गया सामान सात से ८ गुने अधिक मूल्य पर काला बाजारियों को बेचा है। ऐसी कई सरकारी दुकाने रही है, जिनका कोई प्रत्यक्ष अस्तित्व नहीं है, उनके नाम पर आबंटित सस्ती दर के सामानों को पूरा का पूरा कालाबाजारियों को पहुंचाया है। शिकायत कर्ता ने प्रदीप मुकणे की जालसाजी व सरकारी दुकानों की जांच कर दण्डात्मक कार्रवाई किये जाने की मांग की है।
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