मुंबई। उत्तर भारतीय समाज के रत्न कहे जाने वाले तथा मिलने वाले हर व्यक्ति के दिल पर अपनी मुस्कुराहट ,शालीनता और विनम्रता की अमित छाप छोड़ने वाले पंडित लोलारख मिश्रा का बीती रात उत्तर प्रदेश के भदोही जिला अंतर्गत स्थित उनके पैतृक गांव करियाव (मोढ) में हृदय गति रुकने से निधन हो गया। उत्तर भारतीय महासंघ के संस्थापक सदस्य रहे श्री मिश्र के निधन की खबर मिलते ही मुंबई में रहने वाले उनके शुभेच्छु जनों में शोक की लहर दौड़ गई। स्व लोलारख मिश्र, उत्तर भारतीय महासंघ के राष्ट्रीय महासचिव रमेश मिश्रा के बड़े भाई थे। बताया जाता है कि किसी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भी गांव गए हुए थे। महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह ने कहा किउत्तर भारतीय समाज के लिए श्री मिश्र प्रेरणास्रोत रहे । वे हमेशा दूसरों को आगे बढ़ाने और अच्छे काम करने के लिए प्रेरित करते रहते थे। राहुल एजुकेशन के चैयरमैन पंडित लल्लन तिवारी तथा सचिव राहुल तिवारी ने कहा कि अपने अच्छे कार्यों तथा अच्छे व्यवहार के चलते स्व लोलारख मिश्र उत्तर भारतीय समाज में अमर रहेंगे। उत्तर भारतीय महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ योगेश दुबे ने कहा कि स्व लोलारख मिश्र ने हमेशा उत्तर भारतीय समाज को नई गति और नई पहचान देने का प्रयास किया है। उत्तर भारतीय समाज को हमेशा उन पर गर्व रहेगा। समरस फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ किशोर सिंह, डॉ राधेश्याम तिवारी, डॉ हृदयनारायण मिश्रा,मुंबई भाजपा प्रवक्ता तथा मीडिया सह प्रभारी उदय प्रताप सिंह, वरिष्ठ पत्रकार मनोज दूबे, ओम प्रकाश पांडे, विद्रोही महाराज, विजय पंडित, अखंड राजपूताना सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरपी सिंह समेत अनेक गणमान्य लोगों ने लोलारख मिश्र के निधन पर गहरा दुख प्रकट करते हुए उनकी आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की है।
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