जौनपुर। सत्संग का मानव जीवन पर विशेष प्रभाव पड़ता है। सत्संग से ना सिर्फ मनुष्य की आंतरिक विकृतियों का विनाश होता है ,अपितु विवेक का निर्माण होता है। जौनपुर के शाहगंज तहसील अंतर्गत स्थित भेला , समोधपुर गांव में आयोजित श्रीमद् भागवत कथाज्ञान यज्ञ के दूसरे दिन व्यासपीठ पर से बोलते हुए बाल व्यास पंडित धर्मराज तिवारी ने उपरोक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि मनुष्य जिस तरह की संगति में रहता है, तो उसके जीवन पर सबसे बड़ा उसी का असर होता है। इसलिए हमेशा अच्छी संगति करनी चाहिए। कथा के प्रारंभ में गढ़ा, गोपालापुर गांव से आए पूर्व थानाध्यक्ष सत्यनारायण तिवारी ने शॉल ओढ़ाकर तथा माल्यार्पण करके पंडित धर्मराज तिवारी का अभिनंदन किया। इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजक एडवोकेट चंद्र भूषण मिश्रा, मुंबई के वरिष्ठ पत्रकार शिवपूजन पांडे, कमलाकांत शुक्ल,श्रवण तिवारी ,रमाशंकर तिवारी, पूर्व प्रधानाचार्य हौसला प्रसाद मिश्र, पूर्व प्रवक्ता ब्रज भूषण मिश्र, प्रवक्ता इंद्र भूषण मिश्र, एएमसी दिवाकर प्रसाद मिश्र, प्रभाकर मिश्र ,वेद प्रकाश मिश्र, श्रीमती शशिकला मिश्रा,विभाकर मिश्र, अनुराग मिश्र, अभिषेक मिश्र, उपेंद्र मिश्र समेत अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। 22 मई से प्रारंभ श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का समापन 28 मई को होगा। 29 मई शाम 6 बजे से महाप्रसाद का आयोजन किया गया है।
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