श्रद्धा का केंद्र बना काशीनगर का श्री द्वारकेश्वर महादेव मंदिर


भायंदर। मंदिर का निर्माण तभी सार्थक और प्रभावी माना जाता है, जब उसकी स्थापना के बाद से ही लोगों का झुकाव मंदिर में स्थापित देवी देवताओं की तरफ आस्थापूर्वक बढ़ने लगे। भायंदर पूर्व के काशी नगर के द्वारका पैलेस इमारत परिसर में स्थापित श्री द्वारकेश्वर महादेव मंदिर में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा इसी वर्ष 22 जनवरी को की गई थी। मंदिर में मां दुर्गा, भगवान गणेश, हनुमान जी तथा भगवान शंकर की भव्य मूर्तियां स्थापित की गई हैं। प्रतिदिन शाम को होने वाली आरती में आसपास के काफी लोग इकट्ठा हो जाते हैं। मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित दिलीप तिवारी के अनुसार पहले यहां गड्ढा था। बरसात के दिनों में पानी जमा हो जाता था कभी-कभी सांप भी दिखाई देता था। फिर लोगों ने फैसला किया और देखते ही देखते एक भव्य मंदिर का निर्माण हो गया। मंदिर में नियमित पूजा पाठ और संध्या आरती करने वाले लोगों में रविंद्र उपाध्याय,दिलीप तिवारी, रमापति मिश्रा, रामचंद्र त्रिपाठी, रमाशंकर शुक्ला ,वीरेंद्र बहादुर सिंह ,प्रेम तिवारी, वीना तिवारी शिवानी मिश्रा आदि का समावेश है। संध्या आरती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पंडित अश्विनी चौबे के अनुसार मंदिर की स्थापना और नियमित पूजा पाठ से आने वाली पीढ़ियों में संस्कार और श्रद्धा का निर्माण हो रहा है। सोसायटी में रहने वाले बच्चे भी पूरी श्रद्धा के साथ आरती में भाग लेते हैं। 5 साल की उम्र का एक बच्चा नियमित रूप से आरती कहता है।

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