बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर नवाबों के शहर में हुआ कवि गोष्ठी एवं पुस्तक लोकार्पण


लखनऊ। साहित्यिक,सामाजिक, राजनितिक एवं सांस्कृतिक चिंतन करने वाले लखनऊ के साहित्यकारों के मध्य आपसी सामंजस्य बनाए रखने हेतु अपने विचारों को रखते हुए सोमवार दिनांक 16 मई 2022 को गोमती नगर लखनऊ उत्तर प्रदेश में भव्य कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता हिंदी साहित्य अकादमी से पुरस्कृत वरिष्ठ साहित्यकार हरिलाल मिलन ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में मुंबई महानगर से उपस्थित कवि पत्रकार समाज के शुभचिंतक विनय शर्मा दीप एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी गीतकार रविंद्र शर्मा दीप उपस्थित थे। ऐसे यादगार कवि गोष्ठी का संचालन सामाजिक चिंतन रखने वाले वरिष्ठ साहित्यकार रामअवतार पंकज ने किया। उपस्थित साहित्यकारों में नवाबों के शहर लखनऊ से वरिष्ठ साहित्यकार सभी के शुभचिंतक डॉ गिरीश कुमार वर्मा उर्फ डंडा लखनवी, वरिष्ठ साहित्यकार गीतकार पत्रकार राम बहादुर अधीर पिण्डवी,शुभचिंतक,नव गीतकार,वरिष्ठ साहित्यकार अनिल वर्मा कौशल, युवा कलमकार साहित्यकार रंजन राज मुख्य रूप से उपस्थित थे। कवि गोष्ठी का शुभारंभ राम अधीन पिण्डवी ने मां सरस्वती की सुंदर वंदना के साथ किया तत्पश्चात वरिष्ठ साहित्यकार डंडा लखनवी ने बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए भगवान बुद्ध को समर्पित कर उनके विचारों का दर्शन कराते हुए सुखद एवं सुंदर मार्गदर्शन दिया। गोष्टी से पूर्व मुख्य अतिथि विनय शर्मा दीप का सभी ने लखनऊ आगमन पर शाल श्रीफल, सम्मान पत्र (क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो एवं संयुक्त ऑलप्रेस पत्रकार एसोसिएशन भारत द्वारा प्रदत्त सम्मान पत्र) एवं पुस्तक भेंट करते हुए सम्मानित किया गया और दीप जी के हाथों राम औतार पंकज द्वारा लिखित कुंडलिया कुंज,राम बहादुर अधीर पिण्डवी लिखित बरगदवा के छांव एवं गंउवां के माटी अनमोल तथा डंडा लखनवी के हाथों होरीलाल करुणाभ द्वारा संपादित बुद्ध वंदना एवं संस्कार विधि पुस्तकों का लोकार्पण भी हुआ।संयुक्त ऑल प्रेस पत्रकार एसोसिएशन भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो के महानिदेशक बब्लू श्रीवास्तव द्वारा उपस्थित सभी अतिथि साहित्यकारों को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।संचालक आदरणीय पंकज जी ने सभी का परिचय कराते हुए काव्य पाठ का शुभारंभ किया जहां सभी ने एक से बढ़कर एक गीत मुक्तक छंद सवैया आदि सुनाते हुए सभी को मंत्रमुग्ध किया। कवि गोष्ठी में सामाजिक चिंतन एवं साहित्य का रसास्वादन करने हेतु सभी साहित्यकारों के साथ‌ मनोरमा,शालिनी,प्रीति,संदीप,चैताली, भानु प्रकाश शर्मा,प्रभात,प्रतिमा, विमांशु,भावना,प्रतिमा एवं शांति मुख्य रूप से उपस्थित थे।गोष्ठी के अंत में आयोजक एवं संचालक जी ने उपस्थित सभी अतिथि साहित्यकारों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया एवं भविष्य में पुनः लखनऊ आने के लिए आमंत्रित किया।

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