मुंबई ।साहित्यिक,सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था संगीत साहित्य मंच द्वारा निरंतर की जाने वाली मासिक काव्यगोष्ठी इस महीने दिनाँक 10 दिसंबर 2023 रविवार को संस्था के संयोजक रामजीत गुप्ता के आवास पर मुख्य अतिथि मदन गोपाल गुप्ता की उपस्थिति टी आर खुराना की अध्यक्षता तथा उमेश मिश्र प्रभाकर के संचालन मे सम्पन्न हुई।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मदन गोपाल गुप्ता द्वारा माँ सरस्वती के चरणों मे वंदना स्वरुप प्रथम पुष्प अर्पित करके किया गया।तत्पश्चात मधुर जी द्वारा "आदमी मे अगर आदमी की तरह आदमीयत न आये तो ओ क्या करे " ग़ज़ल का मधुर कंठ से गायन किया गया।इसके बाद संस्था के संयोजक रामजीत गुप्ता द्वारा "हे रावण तेरे वंशज तो "कविता का सुन्दर पाठन किया गया। कार्यक्रम को आगे बढ़ते हुए मधुर ने प्रभाकर मिश्र को आमंत्रित किया तथा प्रभाकर ने मां पर, वृंदावन पर तथा श्रृंगार रस पर कई मुक्तक प्रस्तुत किया एवं रावण पर सुंदर कविता का गायन किया।अगली कड़ी मे आध्यात्म के कवि मदन गोपाल गुप्ता द्वारा एक खंडकाव्य "मत कर कोई प्रश्न ये यशोधरा "का सुन्दर प्रस्तुतीकरण किया गया।तदनंतर वरिष्ठ कवि तिलक राज खुराना जी ने मनुष्य की मित्रता पर आधारित कविता "सफर लम्बा है दोस्त बनाये चलिए "का सुन्दर प्रस्तुतीकरण किया तथा अपने अध्यक्षीय उद्बोधन मे आज की गोष्ठी की सफलता पर अपने विचार व्यक्त करके गोष्ठी को अंतिम पड़ाव तक पहुँचाया।गोष्टी विशेष रूप से आध्यात्मिक कविताओं एवं आध्यात्मिक चर्चा का विषय रही।कार्यक्रम के अंत मे सहसंयोजक मधुर ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया और सबका आभार व्यक्त करके कार्यक्रम का समापन किया।
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