वसई। अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या में आनेवाले राम भक्तों की तादाद दिन प्रतिदिन बढ़ रही है. राम भक्तो को रेल यात्रा के लिए आरक्षण तक नहीं मिल रहा है. राम भक्तों की इस समस्या को ध्यान में रखते हुए रेल मंत्रालय ने सभी राज्यों से आस्था स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है. आस्था स्पेशल ट्रेन से अयोध्या धाम में आनेवाले भाविको को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसलिए योगी सरकार ने स्थानिक प्रशासन को योग्य प्रबंधन के कड़े निर्देश दिए है. शासन के आदेश का पालन करते हुए उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने नव्य अयोध्या टेंट सिटी का निर्माण किया है.
इन टेंट सिटी में आनेवाले दर्शनार्थियों की व्यवस्था के लिए सभी राज्यों से भाजपा के कार्यकर्ताओं को सेवा के लिए भेजने का निर्णय संगठन ने लिया है. इसी कड़ी में भाजपा महाराष्ट्र की ओर से पहली टीम वसई विरार जिला से 23 जनवरी को रवाना हुई थी. इस सेवा कार्य के लिए जिला उपाध्यक्ष मनोज बारोट के मार्गदर्शन में राम सेवक अशोक यादव, रणंजय सिंह, धर्मेंद्र मिश्रा, किरण करपट, मुकुंद मुल्ये और मंगेश नाईक ने 12 दिन यानी की 24 जनवरी से 4 फरवरी तक राम सेवा कर 5 फरवरी को वापिस लौटे है. वापिस लौटने पर मनोज बारोट ने बताया की आस्था स्पेशल ट्रेन से अयोध्या में दर्शन के लिए जानेवाले राम भक्तों के लिए बने टेंट सिटी में अंजनेरी, चित्रकूट, मिथिला, प्रयाग, पंचवटी 1 और पंचवटी 2 नामक 6 नगर बनाए गए है. जहा करीबन 25 हजार दर्शनार्थियों को निशुल्क रहने खाने पीने की व्यवस्था का प्रबंधन योगी सरकार द्वारा किया गया है. इसी प्रकार निजी या अन्य वाहनों से दर्शन के लिए आनेवाले दर्शनार्थियों को भोजन या चाय पानी की दुविधा न हो इस बात का ध्यान रखते हुए अयोध्या नगरी में प्रशासन के सहयोग से सेवाभावी संस्थाओं द्वारा 50 से अधिक जगहों पर भंडारे चलाए जा रहे है. बारोट ने बताया की इस व्यवस्था में देशभर के सभी राज्यों से भाजपा के कार्यकर्ता को सेवा में शामिल करने के पीछे का उद्देश ये है की, अन्य राज्यो से आस्था स्पेशल ट्रेन से आनेवाले भावीको को भाषा को लेकर किसी भी प्रकार की समस्या न हो, इसलिए आस्था स्पेशल ट्रेन से जिन राज्य के भाविक आयेंगे उन्हे उसी राज्य के कार्यकर्ता रेलवे स्टेशन पर स्वागत कर, रेलवे स्टेशन से टेंट सिटी और रामलला के दर्शन के बाद वापसी के लिए रेलवे स्टेशन तक पहुंचाने की जिमेददारी इन राम सेवकों को सौंपी गई है. बारोट ने यह भी स्पष्ट किया है की यह व्यवस्था जब तक आस्था स्पेशल ट्रेन चलेगी तब तक सभी राज्य से 10 कार्यकर्ता एक एक सप्ताह के लिए इन टेंट सिटी में राम सेवक की भूमिका निभाते रहेंगे. बारोट ने बताया की संगठन और योगी सरकार द्वारा बनाई गई इस व्यवस्था के कारण देशभर से आनेवाले कार्यकर्ता, राम भक्तों के साथ साथ सनातनी मुस्लिम बंधुओ को रामलला के दर्शन के लिए आते देख मोदीजी के एक भारत श्रेष्ठ भारत और राम राज्य का सपना अयोध्या धाम से साकार होता हुआ नज़र आ रहा है ऐसी प्रतिक्रिया बारोट ने व्यक्त की।
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