भाईंदर। मान्यता है कि स्वच्छता में ईश्वर बसते हैं, इसी को साध्य करने के लिए हिन्द सागर फाउंडेशन द्वारा ऐतिहासिक जंजीरे धारावी किला पर स्वच्छता अभियान चलाया गया।
ज्ञात हो की मीरा-भाईंदर के उत्तन क्षेत्र में बना जंजीरे धारावी किला महाराष्ट्र के आराध्य देव छत्रपति शिवाजी की धरोहर तथा मराठा योद्धा श्रीमंत चिमाजी पेशवा (नरवीर चिमाजी अप्पा) के वीरता की निशानी तथा ऐतिहासिक धरोहर है। हालांकि काफी दिनों तक यह किला गुमनामी के अंधेरे में रहा जिस पर विरासत प्रेमीयों द्वारा 'श्रम दान' (स्वैच्छिक सेवा) कर किले साफ-सुथरा किया गया, जिसके बाद शासन प्रशासन की निगाह इस पर पडी और राज्य सरकार ने इसके पूर्ण कायाकल्प के लिए 10 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की।
बता दें की जंजीरे धारावी किला महाराष्ट्र के मीरा भाईंदर धरती की पर मराठाओं की एक असीम धरोहर है। इस धरोहर को महाराष्ट्र शासन द्वारा भी पर्यटन स्थल घोषित किया गया है। यह ऐतिहासिक स्थल इस समय मीरा भाईंदर महानगरपालिका के अधीन है। इस दौरान मनपा के सुरक्षा कर्मी यहां देखरेख करते हैं, इसके बावजूद भी शहर के असामाजिक तत्व, नशेड़ी तथा जुगल जोड़ियां अक्सर यहां पर बैठकर अपने नशे की लत को पूरा करने में लगे रहते हैं, जिसके कारण जंजीरे धारावी किले पर अक्सर गंदगी फैली रहती है। इस किले की स्वच्छता को बनाए रखने के लिए हिन्द सागर फाउंडेशन के सदस्यों ने रविवार को दोपहर 3 बजे से देर शाम तक सफाई अभियान जारी किया। इस दौरान कई थैली कचरा तथा जगह-जगह से बीयर और दारू की बोतल इकट्ठी कर साफ-सफाई किया गया।
यह किला हमारे गौरवशाली इतिहास का एक स्मारक है और अगर हम अपनी नई पीढ़ी को यह विरासत दिखाना चाहते हैं तो यह हमारा कर्तव्य है कि हम इसे ठीक से संरक्षित करें।" किले को साफ करने के लिए हिन्द सागर फाउंडेशन के संस्थापक चतुर्भुजा पाण्डेय, कार्यकारी अध्यक्ष वेदप्रकाश तिवारी, सदस्य पंकज मिश्रा, विरेन्द्र विष्ट, शुभम दुबे, अमित शुक्ला, रोहित यादव, जतिन शर्मा इत्यादि मौजूद रहे।
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