नई दिल्ली: भारत में कोविड-19 (COVID-19) का कहर थमने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। एक समय था देश में कोरोना (Coronavirus) के 10 से 12 हजार मामले सामने आ रहे थे और अब 80 हजार का आंकड़ा पार हो रहा है। कोरोना संक्रमितों की बढती संख्या ने चिंता बढ़ा रखी है। ऐसे में एक सवाल लगातार उठ रहा है कि क्या देश में एक बार फिर लॉकडाउन लग सकता है? सवाल यह भी है कि क्या कुछ राज्यों में लॉकडाउन (Lcokdown) का फैसला किया जा सकता है। आपको बताना चाहते हैं कि भले ही देश में लॉकडाउन की खबरों को हवा मिल रही है। लेकिन यह मुमकिन दिखाई नहीं पड़ रहा है। राज्यों की बात करें तो वो वहां के हालात पर निर्भर करता है।
बता दें कि कोरोना का सबसे अधिक कोहराम महाराष्ट्र में जारी है। महाराष्ट्र में इससे पहले 47 हजार से अधिक कोरोना के मामले सामने आए हैं। सूबे के पुणे और मुंबई में बड़ी तेजी कोरोना के मामलों में इजाफा हुआ है। शुक्रवार को कोरोना हालात को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे ने जनता को संबोधित किया है। उन्होंने लॉकडाउन के संकेत जरुर दिए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि आनेवाले दो दिनों में चर्चा कर इस पर फैसला लिया जाएगा।
कोरोना प्रकोप के चलते दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी शुक्रवार को एक बैठक की। इस बैठक के बाद केजरीवाल ने कहा कि हमारा लॉकडाउन लगाने का कोई विचार नहीं है। लेकिन अगर आवश्यकता पड़ती है भविष्य में तो चर्चा कर फैसला लिया जाएगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के लिए ये कोरोना की दूसरी लहर है लेकिन हमारे लिए ये चौथी वेब है।
वहीं यूपी में कोरोना के चलते सीएम योगी आदित्यनाथ ने कक्षा आठवीं तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया हुआ है। हालांकि इस दौरान शिक्षकों का स्कूल में आना अनिवार्य है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना को लेकर कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने शुक्रवार को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ बैठक कर चर्चा की। बैठक के दौरान खासकर उन 11 राज्यों के हालात पर चर्चा हुई है जहां कोरोना के मामले अधिक हैं। जिसमें महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़, केरल, गुजरात, तमिलनाडु और चंडीगढ़ का समावेश है।
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