नालासोपारा : शिक्षा के जगत में मील का पत्थर रहे वरिष्ठ साहित्यकार वह नालासोपारा (पूर्व) के लोकमान्य हाई स्कूल के संस्थापक डा. राम सागर सिंह का निधन 05 मई 2021को उनके मातृभूमि वाराणसी में हो गया।
इनका जन्म 5 मई 1935 को वाराणसी के मेहगांव कोट में हुआ था ।इन्होंने अपनी शिक्षा M.A. M.ed ,PHD. के साथ साथ योग शास्त्र में भी CTy.ed. की थी।पेशे से शिक्षक रहे डॉ राम सागर सिंह ने सभी को शिक्षा का अधिकार प्राप्त हो इस उद्देश्य को साध्य करने के लिए वर्ष 1985 मे नालासोपारा पूर्व में लोकमान्य हिंदी वह अंग्रेजी हाई स्कूल की स्थापना की इसके बाद विद्यालय की शाखाएं विरार, उमरगांव तलासरी , मनोर ,बोइसर तथा रायगढ़ जिले के खोपोली में भारतीय अकैडमी अंग्रेजी हाई स्कूल व जूनियर कॉलेज तथा जेनिथ अंग्रेजी हाई स्कूल व जूनियर कॉलेज नाम से कार्यान्वित हैं।
कोरोना के चलते इनका उपचार वाराणसी के केयर हॉस्पिटल में चल रहा था। इनके बड़े पुत्र श्री जेपी सिंह ( संचालक व प्राचार्य लोकभरती ग्रुप आप स्कूल वह कॉलेजेस तथा भारतीय जनता पार्टी उत्तर भारतीय मोर्चा ठाणे- पाल घर विभाग के अध्यक्ष तथा वसई विरार शहर भाजपा के उपाध्यक्ष )ने वाराणसी के राजा हरिश्चंद्र घाट पर मुखाग्नि दी।डॉ रामसागर सिंह की रचनाओं में रसाचार्य रसलीन और उनका युग, रत्नावली ,तथागत की प्रतीक्षा, कलम से कलम तक, इत्यादि उल्लेखनीय है। इन्हें सन 1985 में महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी पुरस्कार ,बीसवीं शताब्दी रत्न पुरस्कार ,रामवृक्ष बेनीपुरी जन्मशताब्दी सम्मान ,हिंदी भाषी रत्न सम्मान सहित कई सम्मान प्राप्त हुए। विद्यालय परिवार की ओर से सभी शाखाओं में इन्हें अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
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