मुंबई। साहित्यिक,सांस्कृतिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक संस्था राष्ट्रीय नव साहित्य कुंभ के तत्वावधान में वार्षिकोत्सव के साप्ताहिक कवि सम्मेलन व मुशायरे के सातवें दिन देश भर से आमंत्रित कवियों द्वारा शनिवार दिनांक 28 अगस्त 2021 सायं 6•30 से
गीत,ग़ज़ल,कविता की एक और शाम से सजी राष्ट्रीय नव साहित्य कुंभ पटल।कवि सम्मेलन व मुशायरे की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार मदन उपाध्याय (मुंबई) ने की तथा समारोह का भव्य संचालक सुप्रसिद्ध कवयित्री डाँ० वर्षा महेश गरिमा (मुंबई) ने खूबसूरती से की।पटल की गरिमा बढाने संचालन करने हेतु जब आदरणीया गरिमा उपस्थित हुई तो राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार राही ने उनके सम्मान में चंद पंक्तियाँ कहते हुए कवि सम्मेलन के शुभारंभ करने की अनुमति समारोह अध्यक्ष के आदेशानुसार दी।
सदा ही कलम की तो आराधना है।
प्रकट होती शब्दों से ही भावना है।।
कृपा सिंधु हो तुम दया करना हम पर।
ग़ज़ल गीत कविता मेरी साधना है।।
उक्त समारोह में आमंत्रित साहित्यकारों में मुंबई के सुप्रसिद्ध साहित्यकार,हृदयागंन साहित्यिक संस्था के संस्थापक/अध्यक्ष व समारोह के मुख्य अतिथि विधूभूषण त्रिवेदी विद्यावाचस्पति (मुंबई),वरिष्ठ गीतकार रामस्वरूप साहू(मुंबई),गीतकार कल्पेश यादव (मुंबई),गज़लकार एल पी गुर्जर लखनवी (उ० प्र०), साहित्यकार रामदेव बाजपेयी (उ०प्र),कवयित्री रंजना बरियार राँची ),कवि दीपक कटकानी (गुजरात),कवयित्री सीमा शर्मा सागर (उ०प्र०),कवयित्री गायत्री शर्मा प्रीत (म०प्र०),कवयित्री चन्दा डांगी (राजस्थान),कवि शारदा प्रसाद दूबे (मुंबई), कवयित्री डॉ बीना सिंह (छ०ग०), साहित्यकार पवन नेताम श्रीबासु (छ०ग०) आदि प्रमुख रूप से विद्यमान थे।उक्त समारोह का आयोजन, संयोजन राष्ट्रीय नव साहित्य कुंभ" के संस्थापक रामस्वरूप प्रीतम(श्रावस्तवी), अध्यक्ष अनिल कुमार राही (मुंबई), संयोजक संजय द्विवेदी (कल्याण-महाराष्ट्र), सचिव धीरेन्द्र वर्मा धीर(लखी मपुर खीरी),संरक्षक दिवाकर चंद्र त्रिपाठी "रसिक" (छत्तीसगढ़) एवं मीडिया प्रभारी विनय शर्मा "दीप" (ठाणे-महाराष्ट्र),उपाध्यक्ष सत्यदेव विजय (मुंबई),कोषाध्यक्ष प्रमिला मेहरा किरण,उपसचिव प्रियंका गुप्ता भोर के साथ नव गठित प्रदेश इकाई के पदाधिकारियों के सहयोग से संपन्न हुआ।अंत में संस्थापक रामस्वरूप प्रीतम श्रावस्तवी ने उपस्थित सभी साहित्यकारों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया और संस्था द्वारा आमंत्रित गीतकारों, कलमकारों को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया।
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