मुंबई, ठाणे ,वसई ,विरार की तुलना मेंमीरा भायंदर में कोरोना नियंत्रण की स्थिति बेहतर |Khabare Purvanchal

मीरा भायंदर: मुंबई और आसपास की महानगरपालिकाओं में मीरा-भाईंदर का प्रदर्शन बेहतर बना हुआ है। मीरा-भाईंदर में कोविड की लड़ाई वसई-विरार, थाने, नवी मुंबई इत्यादि के मुकाबले स्थिति बेहतर बनी हुई है। इसके अलावा शहर में आबादी के लिहाज से भी अन्य मनपा के मुकाबले कोरोना के मामलें कम बने हुये है और स्थिति बद से बेहतर होने की तरफ बढ़ रही है।अप्रैल की शुरुआत में शहर में 2399 एक्टिव मामलें थे। रोजाना 300-500 नये मामलें सामने आ रहे है। लेकिन इन सबके बावजूद अच्छी खबर यह है कि पॉजिटिविटी रेट 20% के अंदर बना हुआ है। पड़ोस के वसई-विरार मनपा में पॉजिटिविटी रेट 60% तक पहुँच गया है। कोरोना की पहली लहर में भी पॉजिटिविटी रेट 25-35 के बीच में था। इन सबके के आधार में मीरा-भाईंदर में पॉजिटिविटी रेट नियंत्रित बना हुआ है। गौरतलब है कि विगत 15 दिन का औसत पॉजिटिविटी रेट 19% का है।शहर में एक्टिव मामलें भी अन्य महानगरपालिकाओं के मुकाबले स्थिर बना हुआ है। वसई विरार, थाने, नवी मुंबई में जहाँ एक्टिव मामलें क्रमशः 9000, 15000 और 10000 को पार कर चुके है तो वही मीरा-भाईंदर में विगत 7 दिनों से आकड़ा 4000 के आसपास स्थिर बना हुआ है। 13 अप्रैल को एक्टिव मामलें 4049 पर थे और 19 अप्रैल को यह संख्या 3942 पर थी।अप्रैल में रिकवरी-रेट भी शहर में अन्य महानगरपालिकाओं के मुकाबले बेहतर बना हुआ है। 
बेहतर रिकवरी रेट के कारण ही एक्टिव मामलें और शहर की स्थिति नियंत्रण में बनी हुई है। विगत 5 दिनों की बात करे तो 2158 नये मामलों के मुकाबले 2242 मरीज ठीक होकर घर लौटे है।मीरा-भाईंदर में कोरोना से मृत्यु चिंता का सबब बना हुआ है। अप्रैल महीने में अभी तक 96 लोगों की कोरोना से मृत्यु हो चुकी है। अब तक अप्रैल महीने में आये नये 7700 से अधिक मामलों के मुकाबले मृत्यु-दर 1.24 के आसपास है। पहली लहर के मुकाबले यह मृत्यु-दर भले कम हो लेकिन मात्र 20 दिनों में 100 के लगभग मौत चिंता का विषय है। गौरतलब है कि किसी भी 3 सफ्ताह में यह मृत्यु की सबसे बड़ी संख्या है। आयुक्त ढोले ने कहा कि प्रशासन का मुख्य लक्ष्य मृत्यु के आकड़ो को कम से कम करना है।

Post a Comment

0 Comments