कुशल समाजसेवी को पितृशोक

 

वसई, कुशल समाज सेवी देवेंद्र सिंह सैनी को पिता के निधन से पितृशोक हुआ। 3/11/2021 को पिता महेंद्र सिंह सैनी (108) द्वारा मीरा रोड स्थित उनके निवास स्थान पर अंतिम सांस ली गयी। पिता की मृत्यु से पूरा परिवार शोकाकुल है। सैनी 95 वर्षीय पत्नी सहित बेटे-बेटियों का भरा पूरा परिवार अपने पीछे छोड़ गए हैं। 7/11/2021 को अपराह्न 12.00 बजे मीरा रोड स्थित गुरुद्वारे में उनकी आत्मा की शांति के लिए भजन एवं कीतर्न के साथ ही गुरु लंगर का आयोजन किया गया। इस अवसर बड़ी संख्या में परिजन सहित देवेन्द्र सिंह सैनी के समर्थक उपस्थित होकर मृतक आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। 
गौरतलब है कि कुशल समाज सेवी देवेन्द्र सिंह सैनी के पिता महेंद्र सिंह सैनी (108) का दो भाई और 4 बहनों का परिवार था, जिनमें मात्र एक बहन अभी जीवित हैं। महेंद्र सिंह सैनी का जन्म  1915 में पंजाब के गुरुदास पुर में हुआ था। सैनी अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद शुरू में उर्दू के अध्यापक के रूप में कार्यरत हुये। बाद में अध्यापक पद से इस्तीफा देने के बाद खेती-किसानी में अपना जीवन व्यतीत किये। सायकल से उनका बहुत ही लगाव था। 95 वर्ष की आयु में भी वे सायकल चलाया करते थे। पंजाब से मुंबई आने के बाद भी वे सायकल को कभी नहीं छोड़ा। स्वर्गीय सैनी के दो बेटे और तीन बेटियां हैं। बड़े बेटे का नाम मनोहर सिंह और छोटे देवेंद्र सिंह है। सैनी के बेटे-बेटियों के बीच 24 लोगों का भरा पूरा परिवार है। 95 वर्षीय सैनी की पत्नी अपने बच्चों के साथ रहती हैं। स्वर्गीय सैनी के आत्मा की शांति के लिए मीरा रोड गुरुद्वारे में भजन कीर्तन और प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। उपस्थिति लोगों के लिए लंगर की व्यवस्था की गई, जिसमें बड़ी संख्या में लोग उपस्थिति हुए। सैनी के छोटे बेटे देवेन्द्र सिंह सैनी की ओर गुरुद्वारे में 21 हजार रुपये का दान भी दिया गया। स्वर्गीय सैनी के आत्मा की शांति के लिए बेटे द्वारा उनके पितृ स्थान पंजाब के गुरुदास पुर में अंतिम रस्म पूरी की जाएगी।

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